- सईद अजमल ने मोहम्मद आमिर को जमकर लताड़ लगाई
- मोहम्मद आमिर ने टीम प्रबंधन से विवाद के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया
- आमिर ने कहा था कि अगर मिस्बाह और वकार पद छोड़ दे तो वह वापसी को तैयार हैं
कराची: यह कहना गलत नहीं होगा कि मोहम्मद आमिर पिछले कुछ समय में पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक थे। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज से बड़ी उम्मीदें थी, लेकिन दिसंबर 2020 में मोहम्मद आमिर ने संन्यास लेकर क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया।
आमिर ने संन्यास लेने के लिए पाकिस्तान टीम प्रबंधन को दोषी ठहराया, जिसमें हेड कोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस शामिल थे। आमिर ने कहा कि इन दोनों ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उनका करियर बर्बाद करने की कोशिश की।
29 साल के तेज गेंदबाज ने साथ ही कहा कि अगर मौजूदा टीम प्रबंधन हटता है तो वो पाकिस्तान टीम में वापसी के लिए तैयार हैं। दो दिग्गजों पर आरोप लगाने वाले आमिर का बर्ताव कईयों को पसंद नहीं आया, जिनमें से एक हैं पूर्व पाकिस्तानी ऑफ स्पिनर सईद अजमल।
अजमल ने अपने पुराने साथी मोहम्मद आमिर को जमकर लताड़ लगाई है। सईद अजमल का मानना है कि यह किसी भी खिलाड़ी के लिए सही नहीं है कि वह पाकिस्तान राष्ट्रीय टीम के कोचिंग स्टाफ का इस्तीफा मांगे। क्रिकेट पाकिस्तान को दिए इंटरव्यू में अजमल ने कहा कि आमिर को अपने प्रदर्शन में सुधार करने पर ध्यान देना चाहिए था कि किसी प्रकार की मांग करनी चाहिए थी।
सईद अजमल ने कहा, 'जो आमिर ने कहा, उससे लगता है कि उनके साथ सब गलत हुआ। मगर मुझे नहीं पता कि उनके और टीम प्रबंधन के बीच तकरार क्यों हुई। वो कह रहा है कि मिस्बाह और वकार अपना-अपना पद छोड़ दे तो पाकिस्तान के लिए तभी खेलेगा।' उन्होंने आगे कहा, 'यह सही नहीं है कि कोई खिलाड़ी कोच के हटने की मांग करे। आमिर को अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए था और इस तरह की मांग रखने से पहले टीम में अपनी जगह पक्की करनी थी।'
आमिर को अपने फैसले पर अड़े रहना चाहिए: अजमल
सईद अजमल ने आगे कहा कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने निराशा में संन्यास लिया था और उन्हें अपने फैसले पर टिके रहना चाहिए। अजमल ने कहा, 'ऐसे लोगों के साथ ऐसा ही होता है। आप अचानक राष्ट्रीय कोच को हटाने की मांग नहीं कर सकते। मोहम्मद आमिर ने निराशा में संन्यास लिया था, लेकिन अब वह वापसी की सोच रहे हैं। अगर उन्होंने संन्यास का फैसला ले लिया है तो उस पर अड़े रहना चाहिए।' मोहम्मद आमिर ने संन्यास लेने से पहले 36 टेस्ट में 119 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा 61 वनडे में उन्होंने 81 विकेट लिए।