- मैच के दौरान काफी देर तक नहाने चले जाते थे लक्ष्मण
- एक बार लक्ष्मण की बारी आ गई लेकिन वह बॉथरूम से ही नहीं निकले
- तब लक्ष्मण के स्थान पर गांगुली को बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरना पड़
VVS Laxman : भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को उनकी शानदार बल्लेबाजी के कारण 'वैरी-वैरी' स्पेशल नाम दिया गया था। मैदान के अलावा निजी जिंदगी में भी लक्ष्मण काफी कूल और शांत रहने वाले इंसान माने जाते हैं। लक्ष्मण के अच्छे व्यवहार की तारीफ उनके साथी खिलाड़ी भी करते हैं। लेकिन लक्ष्मण की एक बुरी आदत थी, जिससे पूरी भारतीय टीम परेशान रहती थी।
भारतीय पारी के दौरान नहाने चले जाते थे
वीवीएस लक्ष्मण को साफ-सफाई बहुत पसंद थी। यही नहीं, अपनी बल्लेबाजी आने से पहले भी वह भी नहाने के लिए चले जाते थे। इस कारण कई बार भारतीय टीम मुश्किल में पड़ जाती थी। इस बात का खुलासा लक्ष्मण के कप्तान रहे पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सौरव गांगुली ने किया। पूर्व भारतीय कप्तान ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा करते हुए कहा, लक्ष्मण की यह बात वास्तव में हैरान करने वाली थी।
आमतौर पर खिलाड़ी थोड़ा रिलेक्स होने के लिए शॉवर लेते हैं और 2-4 मिनट में वापस आ जाते हैं। लेकिन लक्ष्मण के साथ ऐसा नहीं था। वह बाथरूम में घुसने के बाद आराम से साबुन लगाकर इत्मिनान से नहाते थे। गांगुली ने कहा कि यदि आपको छठे नंबर पर बल्लेबाजी करनी है और लक्ष्मण को पांचवें नंबर पर जाना है, तो साथी की एक नजर ग्राउंड पर होती थी और एक बॉथरूम पर। वह इस बात से परेशान रहता था कि लक्ष्मण के निकलने से पहले विकेट ना गिरे।
तब लक्ष्मण के स्थान पर गांगुली ने की बैटिंग
गांगुली ने कहा, एक बार दक्षिण अफ्रीका दौरे पर केपटाउन टेस्ट मैच में लक्ष्मण को नंबर पांच पर और मुझे छठे नंबर पर बल्लेबाजी करनी थी। विकेट गिरा तो चौथे नंबर पर सचिन बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे। लेकिन अंपायर ने सचिन को बल्लेबाजी कराने से मना कर दिया। अंपायर ने कहा कि आप फील्डिंग के दौरान 10 मिनट मैदान से बाहर रहे थे और एक तय समय के बाद ही बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे। अब सचिन के बाद लक्ष्मण को बल्लेबाजी के लिए जाना था लेकिन वो आराम से बॉथरूम में नहा रहा था। वहीं, मैं आराम से ट्रैकसूट पहनकर बैठा था क्योंकि मेरा नंबर तो बाद में था।
गांगुली ने कहा, इसके बाद मैंने तुरंत सफेद टी-शर्ट और लोअर पहना। मेरे एक पैर में सचिन पैड पहना रहा था, तो दूसरे पैर मैं कोच। ऐसा लग रहा था कि जैसे दूल्हा तैयार हो रहा है और दो मिनट के अंदर मैं मैदान के अंदर था। मैंने बाद में वीवीएस से कहा कि आज तो तूने मुझे मरवा ही दिया था।