- सचिन तेंदुलकर के कटआउट पर कांग्रेसियो ने कालिख पोती
- तेंदुलकर ने अन्य देशों के कुछ नामचीन लोगों के खिलाफ ट्वीट किया था
- तेंदुलकर ने कहा था कि एक देश के रूप में हमें एकजुट होने की जरूरत है
कोच्चि: केरल के कोच्चि में भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यककर्ताओं ने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के कटआउट पर कालिख पोत दी। किसान आंदोलन को लेकर अन्य देशों की लोकप्रिय हस्तियों ने समर्थन जाहिर किया तो तेंदुलकर ने उनके खिलाफ ट्वीट करके देश को एकजुट होने का संदेश दिया था। इसके बाद से तेंदुलकर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है। युवा कांग्रेस सदस्यों ने सचिन तेंदुलकर के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया था, 'भारत की संप्रभुता के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। विदेशी ताकतें दर्शक तो बन सकती हैं, लेकिन इसमें भाग नहीं ले सकतीं। भारतीय भारत को जानते हैं और उन्हें ही भारत के लिए फैसला लेना चाहिए। एक देश के रूप में एकजुट रहें।' हालांकि, तेंदुलकर के ट्वीट के बाद भारत के दक्षिण इलाके के लोगों में खासा रोष देखने को मिला। केरल में मलयाली भाषी लोगों ने टेनिस स्टार मारिया शारापोवा से माफी मांगी।
याद दिला दें कि 2015 में एक इंटरव्यू में मारिया शारापोवा ने कहा था कि वह सचिन तेंदुलकर को नहीं जानती हैं, जिसके बाद उनकी जमकर किरकिरी हुई थी। अब जनता ने अपना रुख बदलते हुए शारापोवा को टैग करते हुए लिखा, 'आप सही थीं शारापोवा कि सचिन तेंदुलकर को नहीं जानती थीं। सचिन तेंदुलकर जानने लायक व्यक्ति नहीं हैं।'
किसान आंदोलन पर घमासान जारी
भारत में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर घमासान जारी है। 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान उपद्रवियों ने जो किया, उसे पूरे देश ने देखाा। यह आंदोलन अब पूरी तरह राजनीतिक रुख ले चुका है। आपको बता दें कि भारत में किसान आंदोलन की गूंज डब्ल्यूडब्ल्यूई तक पहुंच गई है। द सिंह ब्रदर्स के नाम से मशहूर सुनील सिंह और उनके भाई समीर सिंह ने भारत में जारी किसानों के विरोध के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है। सुनील और समीर डब्ल्यूडब्ल्यूई का हिस्सा हैं और पूर्व 24/7 चैंपियंस हैं। कनाडा में जन्में सुनील उर्फ गुरविंदर सिहरा व समीर उर्फ हरविंदर सिहरा ने सोशल मीडिया के जरिये किसान आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया।
इन दोनों रेसलर्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- हम किसानों के साथ खड़े हैं। इस पोस्ट के कैप्शन पर लिखा है- हजारों मील दूर, हम अपनी लड़ाई कर रहे हैं। हालांकि, सबसे बड़ी लड़ाई भारत की ठंड़ी सकड़ों पर चल रही है। मानव अपने मानवाधिकार के लिए लड़ रहे हैं। उनकी आवाज को सुनने की लड़ाई चल रही है। ऐसा सब देखना बहुत ही भावुक, दुखद और निराश कर देने वाला है। इसे तीन महीने हो चुके हैं और इसकी गिनती जारी है। हमारे दिल अपने सभी सिख, मुस्लिम, हिंदू भाई-बहनों और भारत के किसानों के साथ हैं। आपकी आवाजें सुनने की शुरूआत हो चुकी है। अपने सिर ऊंचे रखें। मुझे उम्मीद है और प्रार्थन है कि जल्द ही सकारात्मक सुझाव निकलेगा। अपने दिमाग पर राज करें और दुनिया पर राज करें।'