- कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप पूरी दुनिया में जारी
- खेल जगत में गतिविधियां धीमे-धीमे शुरू करने का प्रयास
- ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटरों ने पैसों को तरजीह देते हुए फैसला सुनाया
कोविड-19 ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है। बीत चार महीनों से खेल गतिविधियां ठप्प थीं लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में कुछ खेलों को धीरे-धीरे बहाल करने का प्रयास किया गया है। क्रिकेट भी इन्हीं में से एक हैं। हालांकि ये सभी खेल कड़े कोरोना नियमों के साथ और दर्शकों के बिना बहाल किए जा रहे हैं। वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज (ENG vs WI test series) से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट फिर से शुरू तो हो गया लेकिन अभी भी कई खिलाड़ी और कई टीमें मैदान पर उतरने से हिचक रही हैं जिसमें भारतीय टीम भी शामिल है। जाहिर तौर पर स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा रही है, जो सही भी है। वहीं इन सब के बीच ऑस्ट्रेलिया से एक चौंकाने वाली खबर आई है।
कोरोना महामारी के बीच जब सब खौफ में हैं, इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटरों ने अनोखा फैसला लिया है। खिलाड़ियों ने विदेशी टूर्नामेंटों में खेलने के लिए खुद को उपलब्ध कराने का फैसला सुना दिया है। अनुभवी ऑलराउंडर डेनियल क्रिश्चियन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के कई क्रिकेट खिलाड़ी कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक खेल से दूर रहने के बाद विदेशी टूर्नामेंटों में खेलने के लिए तैयार हैं।
सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक हरफनमौला क्रिश्चियन इंग्लैंड रवाना होंगे जहां उन्हें घरेलू सत्र शुरु होने के बाद टी20 टूर्नामेंट में नॉटिंघमशर का प्रतिनिधित्व करना है। ये पता चला है कि 37 वर्षीय डेनियल क्रिश्चियन को इंग्लैंड रवाना होने के लिए सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। क्रिश्चियन के अलावा मार्नस लाबुशेन, मैथ्यू वेड, ग्लेन मैक्सवेल और ट्रेविस हेड सहित ऑस्ट्रेलिया के कुल18 खिलाड़ियों का काउंटी टीमों से करार है। क्रिश्चियन के अलावा हालांकि सभी के करार को रद्द या स्थगित कर दिया गया।
1 अगस्त से इंग्लैंड में, 18 अगस्त से वेस्टइंडीज में
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने घोषणा की है कि घरेलू क्रिकेट एक अगस्त से शुरू होगा लेकिन अभी तारीखों की पुष्टि नहीं की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को हालांकि ‘ट्रैवल कॉरिडोर छूट’ के कारण 14 दिनों तक पृथकवास में रहने की जरूरत नहीं होगी। ऑस्ट्रेलिया के पांच खिलाड़ियों को कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) के लिए चुने गये हैं। टूर्नामेंट के आयोजकों को त्रिनिदाद एवं टोबागो सरकार ने आयोजन की अनुमति दे दी है। यह टूर्नामेंट 18 अगस्त से शुरू होगा।
ये सभी है सीपीएल का हिस्सा
सीपीएल की नीलामी में जिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए फ्रेंचाइजी टीमों ने बोली लगाई उसमें मार्कस स्टोनिस (बारबाडोस ट्रिडेंट्स), क्रिस लिन, बेन डंक (सेंट किट्स एवं नेविस पैट्रियट्स), फवाद अहमद (ट्रिनबागो नाइट राइडर्स) और क्रिस ग्रीन (गुयाना अमेजॉन वारियर्स) शामिल है। सीपीएल के नियमों के मुताबिक विदेशी खिलाडियों के त्रिनिदाद एवं टोबैगो आने के बाद 14 दिनो तक पृथकवास में रहना होगा।
राष्ट्रीय कोच जस्टिन लैंगर का बयान
ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने टीम के सितंबर में इंग्लैंड दौरे का समर्थन करते हुए उम्मीद जताई कि इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए प्रतिबंधों में छूट दी जाएगी। लैंगर ने न्यूज कॉर्प से कहा, ‘वहां पर अभी भी कौन खेल सकता है और कौन नहीं इसे लेकर काफी सख्त प्रतिबंध हैं । अगर वे इस मुद्दे का निपटारा करते है तो उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मिलेंगे और खिलाड़ी भी जहां संभव है वहां क्रिकेट खेल सकेंगे।’ अभी ये भी तय होना बाकी है कि टी20 विश्व कप 2020 ऑस्ट्रेलिया में आयोजित हो पाएगा या नहीं। जब ऑस्ट्रेलिया की सरकार इसको लेकर हरी झंडी देगी तभी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया कोई फैसला ले पाएगा।