- कौन थे ऑस्ट्रेलिया के बर्ट आयरनमोंगर?
- वो खिलाड़ी जिसकी गेंदबाजी थी बेहद शानदार, बल्लेबाजी उतनी ही खराब
- आयरनमोंगर की पत्नी से जुड़ा एक किस्सा रहा चर्चा में
क्रिकेट जगत में कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनकी गेंदबाजी शानदार होती है लेकिन बल्लेबाजी में वो बेहद खराब होते हैं। निचले क्रम के इन बल्लेबाजों का कुछ देर पिच पर टिकना भी बड़ी बात मानी जाती है। हालांकि आजकल कई निचले क्रम के बल्लेबाज भी धूम मचा रहे हैं लेकिन वो भी एक दौर था जब ये सिर्फ एक कल्पना था। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे ऑस्ट्रेलिया के बर्ट आयरनमोंगर (Bert Ironmonger) जिनका आज जन्मदिन है।
बर्ट आयरनमोंगर का जन्म 7 अप्रैल 1882 को क्वींसलैंड के पाइन माउंटेन में हुआ था। उनको डेंटी नाम से भी जाना जाता था। बाएं हाथ के इस स्पिनर ने अपनी फिरकी से कम समय से सबको प्रभावित किया था और यही वजह थी कि उनको 1928 से 1933 के बीच 14 टेस्ट मैचों में खेलने का मौका मिला जहां दुनिया ने उनकी फिरकी कमाल देखा। बस एक दाग रह गया, और वो थी उनकी बैटिंग।
कई रिकॉर्ड्स भी बनाए
इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 टेस्ट मैच खेले जिस दौरान उन्होंने इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले खेले। इस बाएं हाथ के स्पिनर ने महज 14 टेस्ट मैचों में 74 विकेट चटकाए। उनके नाम एक मैच में 10 से ज्यादा विकेट लेते हुए सबसे कम रन लुटाने का रिकॉर्ड दर्ज है। ये कमाल उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में किया जब उन्होंने सिर्फ 24 रन लुटाते हुए 11 विकेट झटके।
इसके अलावा उनके नाम टेस्ट इतिहास में एक पारी में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड भी दर्ज है जब बर्ट आयरनमोंगर ने कुल 6 रन देकर 5 विकेट झटके थे। वो सबसे ज्यादा उम्र (48 वर्ष 312 दिन) में खेलते हुए किसी टेस्ट मैच पारी में पांच विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी बने जो रिकॉर्ड आज तक कायम है।
खराब बल्लेबाजी
वो अपनी खराब बल्लेबाजी के लिए भी जाने गए। बर्ट आयरनमोंगर ने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ 42 रन बनाए, वो भी तब जब अपनी 21 पारियों में से वो 5 पारियों में दूसरे छोर पर खड़े रहते हुए नाबाद भी गए।
पत्नी से जुड़ा वो दिलचस्प किस्सा
बर्ट आयरनमोंगर के करियर के दौरान एक किस्सा काफी चर्चित रहा। ये सिर्फ काल्पनिक किस्सा था या हकीकत, इसके बारे में किसी को नहीं पता लेकिन कहा जाता है कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेलते हुए एक बार जब वो बल्लेबाजी करने उतरे, तभी उनकी पत्नी का ड्रेसिंग रूम में फोन आ गया। जब उनकी पत्नी को बताया गया कि वो अभी-अभी बैटिंग करने उतरे हैं, तो उनकी पत्नी बोलीं कि- "ठीक है मैं होल्ड कर लेती हूं।" यानी सिर्फ क्रिकेट से जुड़े लोगों को ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी को भी पता था कि वो ज्यादा देर तक पिच पर नहीं टिकने वाले।
खैर, ऐसे किस्से बड़े खिलाड़ियों के करियर में चर्चा में आते रहते हैं लेकिन ये हकीकत रही कि बर्ट आयरनमोंगर बाएं हाथ के स्पिनर्स के लिए एक मिसाल रहे। उन्होंने महज 14 टेस्ट मैचों में जितने रिकॉर्ड बनाए वो आज भी इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हैं।