- ब्रेट ली ने रिकी पोंटिंग के बचपन की दिलचस्प कहानी का खुलासा किया
- ब्रेट ली ने बताया कि कैसे रिकी पोंटिंग बिना हेलमेट के बल्लेबाजी करने आए थे
- रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया के ऑल टाइम महान कप्तानों में से एक हैं
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया की टीम एक जमाने में सबसे शक्तिशाली टीमों में से एक थी, जिसे हराना बिलकुल भी आसान नहीं था। ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने लगातार तीन बार वनडे विश्व कप (1999, 2003 और 2007) खिताब जीते। इस टीम में एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन जैसे दिग्गज ओपनर थे तो ब्रेट ली और ग्लेन मैक्ग्रा की जोड़ी विरोधी बल्लेबाजों के लिए किसी बुरे सपने की तरह थे। महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न टीम की ताकत को और बढ़ाते थे। इन सबके बीच रिकी पोंटिंग एक जबर्दस्त नाम था।
पोंटिंग न केवल एक शानदार बल्लेबाज बल्कि बेहतरीन कप्तान भी थे। उनके नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया ने 2003 और 2007 वनडे विश्व कप खिताब जीता। पोंटिंग ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी रहे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 77 टेस्ट में 48 बार विजेता बनाया। वहीं स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 57 टेस्ट में 41 जीत हासिल की थी। रिकी पोंटिंग की विरासत की तारीफ करते हुए पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने पूर्व कप्तान की एक ऐसी कहानी बताई, जो आपने पहले कभी नहीं सुनी होगी।
ब्रेट ली ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, '90 के दशक में जब पोंटिंग उभरे तो रिकी को देखकर कोई नहीं जानता था कि क्या आया है। मेरे ख्याल से क्रिकेट एकेडमी की बात है। शायद 1994-95 का किस्सा है। मैं वहां था और हमें रॉड मार्श के मार्गदर्शन में एक चीज करनी थी। हमें 12 गेंदों का सामना करना था। बॉलिंग मशीन में गेंद 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही थी। आप कल्पना कर सकते हैं कि मेरे जैसे बल्लेबाज, जो विशेषज्ञ नहीं थे, वो डरे हुए थे। 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली गेंदों का सामना करने का मतलब गेंद शरीर के किसी भी हिस्से में लग सकती थी।'
ली ने आगे कहा, 'तब एक अफवाह थी कि रिकी पोंटिंग बिना हेलमेट पहने नेट्स पर बल्लेबाजी करने पहुंच गए। रॉड मार्श ने पूछा- क्या कर रहे हो? पोंटिंग ने जवाब दिया- मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं। 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली गेंदों पर पोंटिंग ने शानदार प्रहार किए और एक भी गेंद पर बीट नहीं हुए। रॉड मार्श शानदार कोच और दिग्गज चयनकर्ता माने जाते थे। उन्होंने साफ कहा- यह लड़का ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत क्रिकेट खेलने वाला है।' पोंटिंग के लिए मार्श की यह भविष्यवाणी एकदम सटीक साबित हुई।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 168 टेस्ट, 375 वनडे और 17 टी20 इंटरनेशनल मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और कुल 71 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाए। पोंटिंग ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कोचिंग में अपनी दूसरी पारी की शुरूआत की और इस समय आईपीएल में वो दिल्ली कैपिटल्स को गुर सिखा रहे हैं।