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32-27-5-0: भारतीय गेंदबाज के ये आंकड़े कभी नहीं भूल सकेगा क्रिकेट जगत, ऐसा दोबारा कभी नहीं हुआ

Updated Jan 12, 2021 | 07:10 IST

Cricket Throwback 12 January: भारत और इंग्लैंड के बीच जब 1964 में चेन्नई के मैदान पर टेस्ट मैच खेला गया था तब बापू नाडकरनी ने कुछ ऐसा कर दिखाया था कि उसे भुला पाना मुश्किल है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP, File Image
Cricket Throwback 12 January (Representative image)

Cricket Flashback: भारत और इंग्लैंड की प्रतिद्वंद्विता बेहद पुरानी और इस टक्कर को देखने के लिए क्रिकेट फैंस हमेशा से ही बेताब रहते आए हैं। आज हम जिस टक्कर की चर्चा करने जा रहे हैं, वो है भारत और इंग्लैंड के बीच 1964 में खेली गई टेस्ट सीरीज। उस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत के पूर्व स्पिनर बापू नाडकरनी ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसे कभी कोई क्रिकेटर दोबारा दोहरा नहीं सका। वो वाकया आज ही के दिन (12 जनवरी) हुआ था।

क्या थी मैच की स्थिति

उस मैच में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी और ओपनर बुधी कुंद्रन की 192 रनों की पारी के साथ-साथ विजय मांजरेकर की 108 रनों की पारी के दम पर पटौदी की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने 7 विकेट पर 457 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी।

दिखा बापू नाडकरनी का जलवा, फेंके लगातार 21 मेडन ओवर

जवाब में उतरी इंग्लैंड की टीम बेहद मजबूत थी लेकिन उस दिन बापू नाडकरनी अलग ही मूड में मैदान पर उतरे थे। इंग्लैंड उस पारी में 317 रन पर सिमट गई थी जिसमें चंदू बोर्डे ने 5 विकेट लिए जबकि सलीम दुर्रानी ने 3 विकेट झटके। इसके अलावा क्रिपाल सिंह और वसंत रंजने ने 1-1 विकेट हासिल किया। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें बापू नाडकरनी का क्या योगदान रहा..तो आपको बताते हैं कि उनका रिकॉर्ड बेहद अलग और खास था।

नाडकरनी ने उस पारी में विकेट तो एक भी नहीं लिया लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा परेशान उन्होंने ही किया। आलम ये था कि नाडकरनी ने एक के बाद एक लगातार 21 मेडन ओवर फेंक दिए। यानी लगातार 21 ओवरों में नाडकरनी ने एक भी रन नहीं दिया। इस पूरी पारी के दौरान उन्होंने 32 ओवर किए जिस दौरान उन्होंने 27 मेडन ओवर किए और कुल 5 रन लुटाए। यही था उनका ऐतिहासिक आंकड़ा 32-27-5-0, जिस रिकॉर्ड को कोई दोहरा नहीं सका।

दूसरी पारी में दिखाया अलग रूप

भारत ने अपनी दूसरी पारी में 9 विकेट पर 152 रन बनाकर पारी घोषित की और इंग्लैंड के सामने 293 रनों का लक्ष्य रखा। इंग्लिश टीम लक्ष्य की ओर बढ़ी लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब उनकी धड़कनें बढ़ने लगीं और इसके जिम्मेदार थे बापू नाडकरनी। पहली पारी में एक भी विकेट ना ले पाने वाले नाडकरनी ने इस पारी में दो विकेट लिए और यहां भी उनके आंकड़े शानदार थे। उन्होंने इस दूसरी पारी में 6 ओवर किए जिस दौरान 4 मेडन ओवर फेंके, कुल 6 रन लुटाए और 2 विकेट लिए (6-4-6-2)।

नेहरू स्टेडियम में खेले गए इस मैच की दूसरी पारी में इंग्लिश टीम 5 विकेट पर 241 रन ही बना सकी और मैच ड्रॉ रहा। इसमें जॉन मोर्टीमोर (नाबाद 73) का सबसे बड़ा योगदान था। जबकि भारत की तरफ से क्रिपाल सिंह और नाडकरनी ने 2-2 विकेट लिए जबकि एक विकेट चंदू बोर्डे ने झटका।

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