- राजपूत का मानना है कि एमसीए के एपेक्स काउंसिल के सदस्य तेंदुलकर के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं
- राजपूत ने कहा कि हम सभी सचिन तेंदुलकर की इज्जत करते हैं
- राजपूत ने अपना ई-मेल एमसीए अध्यक्ष विजय पाटिल और अन्य अधिकारियों को भेजा
मुंबई: 'सचिन तेंदुलकर के नाम का गलत इस्तेमाल मत करो' यह संदेश क्रिकेट सुधारक समिति के चेयरमैन लालचंद राजपूत ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) की एपेक्स काउंसिल के सदस्यों को दिया है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी राजपूत का आरोप है कि कुछ सदस्य विभिन्न उम्र-समूह में मुंबई राज्य टीम के लिए कोच, चयनकर्ता, ट्रेनर और फिजियोथेरेपिस्ट की नियुक्ति के लिए अपना जोर दिखाते हुए सचिन तेंदुलकर के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
राजपूत ने एक ई-मेल एमसीए अध्यक्ष विजय पाटिल और अन्य अधिकारियों को भेजा, जिसमें उन्होंने कहा, 'हम सचिन तेंदुलकर की इज्जत करते हैं, लेकिन उनका गैरजरूरी तरीके से हर जगह इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि दबाव बनाया जा सके। यह कहा जा रहा है कि सचिन तेंदुलकर ने इनकी सिफारिश की है। अगर तेंदुलकर को कोई सिफारिश करनी होगी तो वह सीधे अध्यक्ष या सीआईसी से बात करेंगे, क्योंकि हम सभी उनको अच्छे से जानते हैं। तेंदुलकर एक आइकॉन हैं और हम उनकी इज्जत करते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि अगर उन्हें कोई सलाह देनी होगी तो उनके पास अपने विचार हम सभी के सामने रखने का पूरा अधिकार है।'
एमसीए ने अपनी सीनियर पुरुष, सीनियर महिला, अंडर-23 पुरुष और अंडर-14, अंडर-16, अंडर-19 पुरुष व लड़की की टीमों के कोच पद के लिए आवेदन मांगे थे। सलील अंकोला अकेले पूर्व भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मुंबई रणजी टीम के कोच पद के लिए आवेदन भरा। राजेश पवार, अमित पगनीस, विलकिन मोटा और सुरक्षण कुलकर्णी उन 23 दावदारों में शामिल हैं, जिनका 9 सितंबर को एमसीए ने इंटरव्यू किया।
खफा हैं लालचंद राजपूत
राजपूत का यह जवाब एपेक्स काउंसिल सदस्य अमित दानी के मेल के जवाब में आया है, जिन्होंने सलाह दी थी कि सीआईसी को नाम सार्वजनिक करने से पहले एमसीए से सलाह-मशविरा करके चयनित व्यक्तियों की विश्वसनीयता जांचना चाहिए। पाटिल को भेजे गए ई-मेल में दानी ने लिखा, 'सीआईसी की सभी बैठकों मे कन्वेनर्स को उपलब्ध होना होगा ताकि किसी प्रकार की गलतफहमी नजरअंदाज की जा सके।' हालांकि, राजपूत को गलतफहमी शब्द पर निराशा हुई। उन्होंने कहा, 'मैंने दोनों से बात की और सचिव व सीईओ के बीच किसी प्रकार की गलतफहमी नहीं है। हम दावेदारों के इंटरव्यू ले रहे हैं। कन्वेनर को कुछ कहने से पहले आंकड़ें जांच लेना चाहिए।'
राजपूत एमसीए के पूर्व अधिकारी रहे हैं और उनका कहना है कि वह हमेशा सलाह के लिए खुले हुए हैं, लेकिन उन्होंने लिखा कि दानी ये न बताएं कि किसे शामिल करना है। राजपूत ने अपने मेल में लिखा, 'अगर किसी को नाम जानना है तो मेरे पास हैं, लेकिन मैं यहां उनका खुलासा करना नहीं चाहूंगा क्योंकि मैं उनसे ज्यादा परिपक्व हूं। मैं इस स्तर तक नहीं गिर सकता। मुझे अब पता है कि क्यों मुंबई क्रिकेट नीचे गिर रहा है क्योंकि एपेक्स काउंसिल सदस्य होने के नाते वह अपना भार दिखाते हुए चीजें कराना चाहते हैं। सीआईसी होने के नाते हम ऐसी चीजें नहीं होने देंगे। यही वजह है कि एजीएम ने क्रिकेट संबंधों पर स्वतंत्र समिति बैठाने की बात कही है।'