- जहां जन्म लिया, अब उसी देश के खिलाफ मैदान पर उतरेगा ये क्रिकेटर
- जोफ्रा आर्चर को लेकर वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने भी दिया बयान
- सभी अन्य खिलाड़ियों की तरह आर्चर को देख रही है कैरिबियाई टीम
लंदन: इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच जुलाई के पहले हफ्ते में जब टेस्ट सीरीज शुरू होगी तब पूरी दुनिया की नजरें उस पर टिकी होंगी। इस सीरीज के अलावा एक खिलाड़ी भी ऐसा होगा जिस पर निगाहें रहेंगी। ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि इंग्लैंड के ऑलराउंडर जोफ्रा आर्चर हैं। आर्चर का जन्म वेस्टइंडीज में ही हुआ था, जूनियर क्रिकेट भी वहीं से खेला लेकिन फिर वो पिछले साल इंग्लैंड के नागरिक बने और अब इंग्लैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं। ये पहला मौका होगा जब आर्चर अपनी घरेलू टीम के सामने होंगे। ऐसे में विरोधी टीम के कप्तान ने क्या कहा आइए जानते हैं।
वेस्टइंडीज के टेस्ट कप्तान जेसन होल्डर ने मंगलवार को कहा कि उनकी टीम आठ जुलाई से साउथम्पटन में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज के बारबाडोस में जन्में तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को इंग्लैंड के एक अन्य खिलाड़ी की तरह ही देखेगी। आर्चर ने 2018 में इंग्लैंड की तरफ से खेलने की अर्हता हासिल की थी। वह 2014 में वेस्टइंडीज की तरफ से अंडर-19 टीम में खेल चुके हैं।
दोस्ती जैसी कोई चीज नहीं
वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज केमार रोच ने रविवार को आर्चर को आगाह किया था कि श्रृंखला के दौरान उनके साथ दोस्ती जैसी कोई चीज नहीं होगी।
होल्डर ने भी इसी तरह की बात की और कहा कि तीन मैचों की श्रृंखला शुरू होने के साथ ही आर्चर के साथ दोस्ती पीछे छूट जाएगी।
होल्डर ने ‘गुड मार्निंग ब्रिटेन’ कार्यक्रम में कहा, ‘आर्चर अब इंग्लैंड का खिलाड़ी है। केमार रोच ने कल साक्षात्कार दिया था और उन्होंने भी यही बात कही थी।’ उन्होंने कहा, ‘मैदान से बाहर हम दोस्त हैं लेकिन जब हम मैदान पर प्रवेश करते हैं तो वह हमारे लिये इंग्लैंड का एक अन्य खिलाड़ी है। मुझे विश्वास है कि वह भी हमें परेशानी में डालने के लिये तैयार होगा।’
जॉर्ज फ्लॉयड विरोध अभियान का समर्थन
अमेरिका में जार्ज फ्लॉयड की मौत के बाद नस्लवाद के खिलाफ विश्व भर में चल रहे प्रदर्शन के बारे में होल्डर ने कहा कि वेस्टइंडीज की टीम ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान का पूरा समर्थन करती है। उन्होंने कहा, ‘एक टीम के रूप में हम इस अभियान के प्रति अपना समर्थन दिखाएंगे। हमारी इसको लेकर चर्चा हुई और आठ जुलाई को हम अपना समर्थन दिखाएंगे।’