- भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ
- इंग्लिश कप्तान ने मैच के बाद जीत का भरोसा जताया
- रूट ने कहा कि 40 ओवर का खेल होता तो मौका बन सकता था
नॉटिंघम: इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने रविवार को कहा कि यहां ड्रॉ समाप्त हुए पहले क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन अगर कम से कम 40 ओवर का खेल होता तो उनके गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ मौका बना सकते थे।
पांचवें और अंतिम दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। इंग्लैंड के 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने एक विकेट पर 52 रन बना लिए थे। रूट ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'हमारे नजरिए से देखें तो एक समय संभवत: 40 ओवर फेंके जा सकते थे, उस समय हमें लगा कि इस तरह की पिच पर हम काफी मौके बना सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'इसलिए कई तरीके से असल में मौसम ने हमें टेस्ट क्रिकेट के शानदार अंतिम दिन से वंचित किया जो शर्मनाक है।' रूट ने कहा कि भारत के बेहतर स्थिति में होने के बावजूद जिस तरह की पिच पर मैच हो रहा था उस पर पासा कभी भी पलट सकता था।
उन्होंने कहा, 'आज भारतीय टीम संभवत: बेहतर स्थिति में थी। हमें पता है कि इस तरह की पिच पर कुछ विकेट चटकाने के बाद मैच का रुख बदल जाता है।'
भारत का रहा मैच में दबदबा
बता दें कि नॉटिंघम में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। मेजबान टीम पहली पारी 183 रन पर सिमट गई थी। इसके जवाब में भारत ने पहली पारी में 278 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर 95 रन की बढ़त हासिल की।
फिर मेजबान टीम ने कप्तान जो रूट (109) के शतक की बदौलत दूसरी पारी में 303 रन बनाए और भारत के सामने जीत के लिए 209 रन का लक्ष्य का रखा। इसका पीछा करते हुए चौथे दिन स्टंप्स तक भारत ने 14 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 52 रन बना लिए थे।