नई दिल्ली: भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने यह फिटनेस हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है जो अब भी जारी है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि भारतीय कप्तान को फिट रहने की प्रेरणा कहां से मिली है? अगर नहीं मालूम तो हम आपको बताते हैं। इसका खुलासा खुद टीम इंडिया के पूर्व फिटनेस ट्रेनर शंकर बासु ने किया है। बासु के मुताबिक, कोहली को हार्ड ट्रेनिंग करने की प्रेरणा स्टार स्क्वैश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल से मिली है। मालूम हो कि पल्लीकल भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की पत्नी हैं।
कोहली अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए वर्कआउट के साथ-साथ खानपान पर भी बहुत ध्यान देते हैं। वह नॉन वेज छोड़ चुके हैं और अब वीगन डाइट फॉलो कर रहे हैं। उन्होंने बेहतर सेहत के लिए वीगन डाइट अपनाई है। वीगन डाइट में सिर्फ उन खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता हैं, जो पूरी तरह से नैचुरल हो, जो उत्पाद जानवरों से जुड़े हुए न हों। विराट के फिटनेस पर खास ध्यान देने के बाद उनके नेतृत्व वाली भारतीय टीम में भी काफी बदलाव देखने को मिला है।
एक प्रमोशनल इवेंट में कोहली के बारे में रिपोटर्स से बात करते हुए बसु ने कहा, 'पहले दो-तीन साल वह केवल गर्मियों में आईपीएल के दौरान ट्रेनिंग करते थे। दरअसल, वह दीपिका पल्लीकल की ट्रेनिंग देखकर प्रेरित हुए थे। वह एक व्यक्तिगत खेल की ट्रेनिंग के बारे में जानकर हैरान थे। फिर उन्होंने कहा 'मैं ऐसा क्यों नहीं कर सकता।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि वह थोड़ा और खोज कर सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'कोहली जानते हैं फिटनेस के मामले कोई सीमा नहीं है। मैं हमेशा उनसे कहता था कि 'उसैन बोल्ट और नोवाक जोकोविच आपके आइडल होने चाहिए। आपको अभी लंबा सफर तय करना है। वह लगातार उस दिशा में बढ़ रहे हैं जिससे उनका प्रदर्शन बेहतर हो रहा है।'
दिनेश कार्तिक, दीपिका पल्लिकल और विराट कोहली (फाइल फोटो- PTI)
गौरतलब है कि कोहली ने अपनी फिटनेस के लिए हाल ही में बासु को भी श्रेय दिया था। उन्होंने इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में बताया था कि मैं एक बहुत ही आक्रामक एथलीट बना और मैं पावर गेम वास्तव में अच्छी तरह से खेल पा रहा था, लेकिन फिर टेस्ट मैच एक साथ आए। लेकिन मुझे फैट बढ़ाना था। मुझे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की जरुरत थी। मुझे लगता है बासु सर का होना मेरे लिए सबसे बड़ी मदद थी। जैसा कि वह मेरे बॉडी को अच्छी तरह समझते थे और मुझे लगातार बताते थे कि मुझे क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।