- फखर जमान ने फेक रनआउट पर अपनी चुप्पी तोड़ी
- जमान ने खेल भावना की मिसाल पेश करते हुए कहा कि उस समय उनकी गलती थी
- क्विंटन डी कॉक ने जमान का ध्यान भटकाया, जिसके चलते वह रनआउट हुए थे
जोहानसबर्ग: पाकिस्तान के ओपनर फखर जमान रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में जिस तरह रनआउट हुए, उस पर बवाल मचा हुआ है। क्विंटन डी कॉक ने चतुराई दिखाते हुए ऐसा इशारा किया मानो फील्डर अपना थ्रो नॉन स्ट्राइकर्स छोर पर फेंक रहा हो। कॉक को देखकर जमान धीमें पड़ गए और पीछे मुड़कर देखने लगे। तभी गेंद उन्हें अपनी तरफ आते दिखी। जमान क्रीज पर पहुंचते कि इससे पहले ही गेंद स्टंप्स पर जा लगी। बाएं हाथ के बल्लेबाज (155 गेंदों में 18 चौके और 10 छक्के की मदद से 193 रन) की पारी समाप्त हो गई। वह दोहरा शतक बनाने से चूक गए। पाकिस्तान को इस मैच में 17 रन की शिकस्त मिली।
फैंस इसे फेक रनआउट बुला रहे हैं। आईसीसी के नियमों पर बहस चल रही है। ऐसे में फखर जमान ने अब खुद इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। फखर जमान ने रनआउट होने की जिम्मेदारी अपने ऊपर लीग है। उन्होंने कहा कि यहां उनकी अपनी गलती थी। फखर जमान ने इसी के साथ खेल भावना की मिसाल पेश की। उन्होंने विरोधी खिलाड़ी को सुरक्षित करते हुए खेल पर आंच नहीं आने दी।
वहीं दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेंबा बावुमा ने कहा कि विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक ने चतुराई दिखाई, जिस पर फखर जमान रनआउट हो गए। पाकिस्तान की पारी के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर एडेन मार्करम ने लांग ऑन से सीधा थ्रो जमाया था, जिस पर जमान रनआउट हुए।
बावुमा ने किया कॉक का बचाव
टेंबा बावुमा ने मैच के बाद कहा, 'जब चीजें आपकी तरह नहीं हो रही हो तो हमेशा अलग जरिये खोजते हैं। कॉक ने ऐसा ही किया। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने किसी भी तरह नियम तोड़ा। यह बस चतुराई भरा क्रिकेट था। कुछ लोग इसकी आलोचना कर सकते हैं और कह सकते हैं कि यह खेल भावना के अंतर्गत नहीं था। मगर वो विकेट हमारे लिए जरूरी था। जमान हमारे लक्ष्य के करीब थे। क्विंटन डी कॉक ने चतुराई दिखाई।'
इस गेंद से पहले पाकिस्तान को 6 गेंदों में 31 रन की दरकार थी। अगर डी कॉक के एक्शन को गैरकानूनी माना जाता तो पाकिस्तान को दो रन भी मिलते और पेनल्टी के रूप में पांच रन अतिरिक्त मिलते। ऐसे में पाकिस्तान को 6 गेंदों में 24 रन बनाना होते। जमान ने हालांकि, कॉक पर आरोप नहीं लगाना ठीक समझा। उन्होंने कहा, 'यहां मेरी गलती थी क्योंकि मैं हैरिस राउफ को देखने में व्यस्त हो गया था। मुझे लगा कि उन्होंने देरी से रन लिया और क्रीज पर पहुंचने में समय लगेगा। मुझे लगा कि हैरिस मुश्किल में हैं। बाकी मैच रेफरी पर निर्भर करता है। मगर मुझे नहीं लगता कि क्विंटन डी कॉक की कोई गलती थी।'