ओडिशा क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान प्रशांत मोहपात्रा का कोरोना वायरस के कारण को निधन हो गया। उन्होंने बुधवार सुबह को एम्स भुवनेश्वर में अंतिम सांस ली। एम्स भुवनेश्वर के चिकित्सा अधीक्षक डा. एस एन मोहंती ने बताया कि 47 वर्षीय मोहपात्रा डॉक्टर्स के तमाम प्रयासों के बावजूद बच नहीं पाए। बता दें कि प्रशांत के भाई जसबंत भी कोविड-19 से जूझ रहे हैं। उनका इलाज इसी अस्पताल में चल रहा है।प्रशांत के निधन पर दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह समेत कई किक्रेटर्स ने शोक व्यक्त किया है।
संन्यास के बाद बन गए थे रेफरी
प्रशांत ने अपना आखिरी मैच 2002/03 में खेला। प्रशांत के संन्यास लेने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें मैच रेफरी नियुक्त कर दिया था। उन्होंने बखूबी इस जिम्मेदारी को संभाला था। प्रशांत के निधन पर दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह समेत कई किक्रेटर्स ने शोक व्यक्त किया है। हरभजन ने ट्विटर पर लिखा,'प्रशांत मोहपात्रा नहीं रहे.. उन्होंने कई साल प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला। वह मैच रेफरी भी थे। वह जल्द चले गए। परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना। वह एक शानदार इंसान थे। आरआईपी भाई प्रशांत। ओम शांति।
ऐसा रहा प्रशांत मोहपात्रा का करियर
प्रशांत मोहपात्रा दाएं हाथ के बल्लेबाज थे। उन्होंने 1990 में बिहार के खिलाफ रणजी ट्राफी में डेब्यू किया था। वह दलीप ट्राफी और देवधर ट्राफी में भी पूर्वी क्षेत्र की तरफ से खेले थे। प्रशांत ने 45 प्रथम श्रेणी मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने 30.08 की औसत से 2196 रन बनाए। इसमें पांच शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। उनका प्रथम श्रेणी में हाईएस्ट स्कोर नाबाद 157 रहा। वहीं, प्रशांत ने अपने करियर में 11 लिस्ट ए मुकाबले भी खेले और 16.31 की औसत से 261 रन जुटाए। वह लिस्ट ए में कोई शतक या अर्धशतक नहीं लगा पाए। लिस्ट ए में उनका सर्वोच्च निजी स्कोर नाबाद 49 रहा।