कराची, 9 सितंबरः पाकिस्तान क्रिकेट टीम मैदान पर जीते या हारे, वो किसी ना किसी विवाद या किसी मुद्दे को लेकर हमेशा चर्चा में रहते ही है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में भी कई बार ऐसा हुआ। अब एक ऐसे ही वाकये का खुलासा हुआ है जो कि सीरीज के अंतिम टी20 मैच में हुआ था। दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद इतना रूठ गए थे कि अंतिम मैच में उन्होंने सीधे ना खेलने की इच्छा जाहिर कर दी थी, जबकि शीर्ष-11 में उनका नाम लिखा हुआ था।
इंग्लैंड के लगभग पूरे दौरे में अनदेखी के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद को जब तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की पेशकश की गई तो वो खेलने के इच्छुक नहीं थे। सरफराज ने मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक को मैच से पहले बताया कि वो खेलने के इच्छुक नहीं हैं, हालांकि बाद में वो रूठे हुए मन के साथ मैदान पर उतर गए।
'मैं उनकी जगह होता इसी तरह महसूस करता'
अब कप्तान मिस्बाह उल हक ने एक पाकिस्तानी चैनल से कहा, ‘उसने खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन हां, उसकी कुछ आशंकायें थीं क्योंकि उन्हें दौरे के अंतिम मैच में खेलने के बारे में पूछा गया।’ उन्होंने कहा, ‘अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं भी इसी तरह महसूस करता। जब किसी खिलाड़ी को दौरे के अंतिम मैच में खेलने के लिये पूछा जाता है तो वो थोड़ा आशंकित महसूस करता है क्योंकि उसे पहले के मैचों में नहीं खिलाया गया।’
रूठे हुए मन के साथ उतरे, हुआ ये नतीजा
बेशक पाकिस्तान ने अंतिम टी20 मैच 5 रन से जीत लिया लेकिन सरफराज अहमद का मूड शायद खेलने के बावजूद ठीक नहीं हुआ था। उनका रवैया ही शायद वजह थी कि जब इंग्लैंड के कार्यवाहक कप्तान मोइन अली शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर अपनी टीम को जीत की तरफ ले जा रहे थे, तब सरफराज ने अपने ढीलेपन की उन्हें आउट करने का मौका गंवा दिया। मोइन शॉट खेलने के लिए क्रीज से काफी बाहर निकल गए थे, गेंद सरफराज के हाथों में आ गई थी लेकिन वो गेंद ही संभालते रह गए और जब तक विकेट बिखेरने के बारे में सोचते, मोइन अंदर आ चुके थे। ये है वो वीडियो जो खूब वायरल हुआ था..
पहले भी हो चुका है ऐसा, सोशल मीडिया वाले फैसले
कभी-कभी ऐसा लगता है कि पाकिस्तान क्रिकेट में बहुत से फैसले सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं को देखकर लिए जाते हैं ना कि विशेषज्ञों की राय सुनकर। मोहम्मद हफीज एक शानदार क्रिकेटर हैं लेकिन उनको पाकिस्तान टीम से काफी समय तक बाहर रहना पड़ा था। जब यूट्यूब पर हफीज कुछ पूर्व दिग्गजों के साथ वीडियो पर आए तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनको दोबारा टीम में शामिल कर लिया और फिर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में वो मैन ऑफ द सीरीज भी बने। इसके अलावा विश्व कप के बाद पीसीबी ने सरफराज को कप्तान के रूप में बरकरार रखने का फैसला लिया था लेकिन जब फैंस ने हल्ला मचाया तो उनको कप्तानी से हटा दिया गया।