भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि रोहित शर्मा की चोट की स्थिति को बीसीसीआई, चयनकर्ता और भारतीय टीम प्रबंधन अच्छी तरह से संभाल सकते थे। रोहित को आईपीएल 2020 के दौरान हैमस्ट्रिंग की चोट लगी थी, जिससे वह इन दिनों उबर रहे हैं। बता दें कि चोट की वजह से रोहित को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में शामिल नहीं किया गया था लेकिन भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं। चार मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 17 दिसंबर से होगा।
हालांकि, बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे रोहित के अब भी पूरी तरह फिट होने को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी सामने आई हैं। ऐसे में उनके ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने की तारीख पर संशय बना हुआ है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया में 14 दिन के पृथकवास (बिना ट्रेनिंग के) नियम के कारण रोहित के टेस्ट सीरीज से बाहर होने की भी संभावा जताई जा रही है। रोहित के अलावा तेज गेंदबाज इशान शर्मा भी चोट के चलते एनसीए में हैं। दोनों पूर्ण मैच फिटनेस हासिल करने में जुटे हैं।
'बहुत से लोगों की कोई जरूरत नहीं थी'
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो में कहा, 'रोहित शर्मा की स्थिति को बहुत आसानी से संभाला जा सकता था और इसमें बहुत से लोगों को शामिल होने की कोई आवश्यकता नहीं थी। सिर्फ हेड फिजियो, हेड कोच और चीफ सिलेक्टर को ही चोट के मामले में शामिल किया जाना चाहिए था। अगर तीन लोगों के बीच सही तरह से सूचना का आदान-प्रदान होता तो यह काफी था। निश्चित रूप से कप्तान विराट कोहली को रवि शास्त्री के जरिए हर कदम के बारे अपडेट भी दिया जाता।'
रोहित को लेकर क्या बोले विराट कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वनडे सीरी शुरू होने से पहले कहा था कि रोहित शर्मा की चोट को लेकर भ्रम की स्थिति है। कोहली ने कहा, 'चयन समिति की बैठक से पहले हमें ईमेल मिला था कि वह उपलब्ध नहीं है। इसमें कहा गया कि उसे आईपीएल के दौरान चोट लगी। इसमें कहा गया कि उसे चोट से संबंधित जानकारियां दी गई है और वह समझ गया है और वह अनुपलब्ध रहेगा।' कोहली ने कहा, 'इसके बाद वह आईपीएल में खेला और हम सभी ने सोचा कि वह ऑस्ट्रेलिया जाने वाली फ्लाइट में होगा और हमें कोई सूचना नहीं थी कि वह हमारे साथ यात्रा क्यों नहीं कर रहा। कोई सूचना नहीं थी, स्पष्टता की कमी थी।'