- ब्रिस्बेन में भारत के खिलाफ करियर का 100वां टेस्ट खेल रहे हैं नाथन लॉयन
- साल 2011 में श्रीलंका के खिलाफ गॉल में की थी टेस्ट करियर की शुरुआत
- 400 टेस्ट विकेट पूरे करने से हैं महज चार कदम दूर, मैच में दोहरी हो सकती है खुशी
ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा दौर के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज नाथन लॉयन के लिए शुक्रवार से भारत के खिलाफ गाबा में शुरू हुआ सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच मैदान पर कदम रखते ही यादगार बन गया। 33 वर्षीय लॉयन के करियर का ये 100वां टेस्ट मैच है। वो यह उपलब्धि हासिल करने वाले ऑस्ट्रेलिया के वें खिलाड़ी हैं। इस मैच को यादगार बनाने का उनके पास एक और सुनहरा मौका है। वो 400 टेस्ट विकेट पूरे करने से भी महज 4 विकेट दूर हैं अगर इस मैच में वो 4 विकेट लेने में सफल होते हैं तो उनका नाम दुनिया में गेंदबाजों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो जाएगा। जिसमें इससे पहले शेन वॉर्न और ग्लैन मैक्ग्रा जैसे दिग्गज गेंदबाज अपनी जगह बना सके हैं।
करते थे ग्राउंड्समैन के रूप में काम
एडिलेड के जिस मैदान पर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज का आगाज हुआ था। उसी मैदान पर साल 2010 में अपने टेस्ट डेब्यू से पहले लॉयन ग्राउंड स्टाफ में काम कर रहे थे। इसके एक साल बाद उनकी किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि 2011 में श्रीलंका दौरे पर उन्हें टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिल गया। ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट जर्सी और बैगी ग्रीन पहनने के बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। आज एक दशक बाद उनकी गिनती ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में होती है जिसमें शेन वॉर्न और स्टुअर्ट मैक्गिल जैसे लोगों के नाम शुमार हैं।
फर्स्ट क्लास डेब्यू के बाद सात महीने में हुई टेस्ट टीम में एंट्री
एडिलेड में ग्राउंड स्टाफ में काम कर रहे लॉयन के गेंदबाजी के हुनर को बिग बैश टीम रेडबैक्स के कोच डैरन बैरी ने पहचाना था। लॉयन ने दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए टी20 में सबको अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया। इसके बाद उन्हें प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का मौका मिला और महज सात महीने बाद वो ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट कैप पहने नजर आए।
पहली ही गेंद पर किया था पहला शिकार
लॉयन की पहचान एक क्लासिकल ऑफ स्पिनर की रही जो गेंद को फ्लाइट कराता और विकेट की तलाश में रहता है। लॉयन ने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत बड़े ही धमाकेदार अंदाज में 31 अगस्त 2011 को गॉल में की थी। अपने टेस्ट करियर की पहली ही गेंद पर उन्होंने कुमार संगकारा जैसे दिग्गज बल्लेबाज को स्लिप में कैच कराकर अपना पहला टेस्ट विकेट हासिल किया था। अपनी डेब्यू पारी में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 15 ओवर में 34 रन देकर पांच विकेट हासिल किए थे। संगकारा के अलावा उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज को भी आउट किया था। इसके बाद उन्होंने ऐसी रफ्तार पकड़ी की 2015 के आते-आते ह्यू ट्रंबले के 141 विकेटों को पीछे छोड़कर ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर बन गए।
ऐसा रहा है अबतक रिकॉर्ड
नॉथन लॉयन ने अबतक खेले 99 टेस्ट मैच की 189 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 31.98 की औसत से 396 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्होंने 18 बार पारी में 5 विकेट और 3 बार मैच में 10 या उससे ज्यादा विकेट हासिल किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 50 रन देकर 8 विकेट रहा है। भारत के खिलाफ मौजूदा सीरीज में वो अपने रंग में नजर नहीं आए हैं। अब तक सीरीज के तीन मैच में वो 6 विकेट ले सके हैं।
लॉयन के करियर के अहम पड़ाव
पहला विकेट: कुमार संगकारा, गॉल 2011
50वां विकेट: जैक रूडोल्फ, एडिलेड 2012
100वां विकेट: स्टुअर्ट ब्रॉड, मेलबर्न 2013
150वां विकेट: जोस बटलर, कार्डिफ 2015
200वां विकेट: धनंजय डिसिल्वा, पल्लेकेले 2016
250वां विकेट: ताइजुल इस्लाम, ढाका 2017
300वां विकेट: कगिसो रबाडा, केपटाउन, 2018
350वां विकेट: बेन स्टोक्स, एजबेस्टन 2019