- हनुमा विहारी ने राहुल द्रविड़ को दिया युवा खिलाड़ियों की ऑस्ट्रेलिया में सफलता का श्रेय
- कहा इंडिया ए दौरों ने किया हमें टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए तैयार
- बताया सिडनी टेस्ट में दलेर पारी खेलने के बाद द्रविड़ ने उन्हें भेजा था ये संदेश
हैदराबाद: भारतीय क्रिकेट टीम की दिग्गज खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में लगातार दूसरी बार मात देने के बाद किसी एक शख्स की तारीफ पूरी दुनिया कर रही है वो हैं भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़। द्रविड़ ने पांच साल पहले भारत की अंडर 19 और इंडिया ए टीम के कोच के रूप में जो पौध लगाई थी वो आज फल देने लगी है। जिन खिलाड़ियों ने विपरीत परिस्थितियों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार नहीं मानते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई उनमें से अधिकांश राहुल द्रविड़ की पाठशाला के छात्र रह चुके हैं।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक तो मुखर होकर बार-बार भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में सफलता का श्रेय राहुल द्रविड़ को दे रहे हैं और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को ऐसा करने की सीख दे रहे हैं। भारत के कई पूर्व क्रिकेटरों की राय भी ऐसी ही है। बावजूद इसके बेंगलोर स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के मौजूदा निदेशक राहुल द्रविड़ हमेशा की तरह चुपचाप अपने काम में लगे हैं।
भले ही राहुल द्रविड़ को लोगों की राय से कोई ज्यादा फर्क पड़ता हो लेकिन टीम इंडिया के क्रिकेटरों के लिए द्रविड़ सर की राय बहुत मायने रखती है। बल्लेबाजी के मिस्टर परफेक्शनिस्ट माने जाने वाले द्रविड़ की प्रशंसा पाने के लिए खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और जब ऐसा होता है तो वो युवा खिलाड़ियों के लिए किसी वीरता पदक से कम नहीं होता है।
सिडनी टेस्ट के बाद द्रविड़ ने भेजा विहारी को मैसेज
ऐसा ही भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी के साथ हुआ। राहुल द्रविड़ ने सिडनी टेस्ट में चोटिल होने के बावजूद रविचंद्रन अश्निन के साथ बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट मैच बचाने वाले हनुमा विहारी को मैच के बाद मैसेज किया था और उनकी पारी की तारीफ की थी। इस बात का खुलासा विहारी ने गुरुवार को किया।
सिडनी टेस्ट में 161 गेंद का सामना करते हुए नाबाद 23 रन की पारी खेलने वाले विहारी ने बताया कि सिडनी टेस्ट के बाद द वॉल राहुल द्रविड़ ने उन्हें मैसेज भेजकर उनकी दिलेर बल्लेबाजी की तारीफ की थी। द्रविड़ ने विहारी को मैसेज भेजकर कहा, बहुत शानदार, तुमने बेहतरीन बल्लेबाजी की!
इंडिया ए दौरों ने भरा रणजी और टीम इंडिया के बीच का गैप
हनुमा विहारी उन खिलाड़ियों में शुमार हैं जो इंडिया ए के टूर प्रोग्राम में राहुल द्रविड़ के साथ काम कर चुके हैं। हनुमा विहारी के अलावा, शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी, मयंक अग्रवाल सभी ने उनके बताए रास्ते से गुजरकर ही टीम इंडिया के लिए खेलने का अपना सपना पूरा किया है। इस बारे में विहारी ने कहा, इंडिया ए टीम में शामिल होने बाद टीम में शामिल रहे सिराज, सैना, शुभमन और मयंक सभी को इंडिया ए के लिए एक साथ खेलने का मौका मिला। पिछले 3 से 4 साल में हमें बहुत सारे इंडिया ए टूर में खेलने का मौका मिला और टीम के कोच राहुल द्रविड़ थे।'
टेस्ट खेलने के लिए तैयार थे सभी युवा खिलाड़ी
उन्होंने आगे कहा, मुझे नहीं लगता कि पहले हम इंडिया ए के इतने दौरों पर जाते थे। लेकिन इंडिया ए के दौरों ने रणजी ट्रॉफी और भारतीय टीम के लिए खेलने के लिए जरूरी काबीलियत की कमी को पूरा कर दिया। हमने तेजी से तरक्की की। इसी वजह से भले ही हम सीजन का अपना दूसरा या तीसरा मैच खेल रहे थे लेकिन सभी चुनौती के लिए तैयार थे। हम किसी भी खिलाड़ी से पीछे नहीं थे ये उनकी वजह से ही संभव हो सका।'
सोशल मीडिया पर राहुल द्रविड़ की भारत के लिए क्रिकेटरों की नई पीढ़ी तैयार करने के लिए तारीफ हो रही है। ऐसे में विहारी ने कहा कि द्रविड़ की जितनी तारीफ हो रही है और उन्हें खिलाड़ियों को तैयार करने का श्रेय मिल रहा है तो वो उस प्रशंसा के हकदार हैं।
टेस्ट डेब्यू से पहले भी द्रविड़ ने बढ़ाया था आत्मविश्वास
उन्होंने कहा, एक युवा खिलाड़ी के रूप में हमें उन्हें श्रेय देना चाहिए। जिस तरह उन्हें हमें मैदान पर खेल खेलने का पाठ पढ़ाया है वही सफलता का कारण है। हमने उनकी देखरेख में क्रिकेट खेली है और वो एक कोच से ज्यादा मार्गदर्शक की तरह महसूस होते हैं। आपको जब उनकी जरूरत हो वो आपके लिए उपलब्ध होते हैं। पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी मैंने उन्हें फोन किया था और कहा था कि मैं डेब्यू कर रहा हूं और तब उन्होंने कहा था, तुमने रणजी ट्रॉफी और इंडिया ए के लिए अच्छा किया है और तुम भारत के लिए खेलने को तैयार हो। इस तरह उन्होंने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया था।