- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का 17 दिसंबर को आगाज
- पहला टेस्ट मैच एडिलेड में खेला जाएगा (डे-नाइट टेस्ट)
- ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ स्पिनर नाथन ल्योन से बचकर रहे भारतीय टीम
पिछली बार जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरा किया था तब उन्होंने टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज कर इतिहास रचा था। लेकिन इस बार ये मुकाबला इतना आसान नहीं होने वाला। मुख्य वजह है स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की वापसी लेकिन इसके अलावा भी एक कारण व खिलाड़ी है जिससे टीम इंडिया को संभलकर रहना होगा। ये हैं ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर नाथन ल्योन। उनसे सतर्क रहने की एक नहीं बल्कि कई वजह हैं, खासतौर पर पहले टेस्ट में।
जब टीम इंडिया 17 दिसंबर को एडिलेड के मैदान पर पहला टेस्ट मैच खेलने उतरेगी तो उसके सामने नाथन ल्योन एक बड़ी चुनौती होंगे। ल्योन ने पिछली बार भी भारतीय टीम को कम परेशान नहीं किया था लेकिन इस बार वो कुछ खास चीजों के साथ मैदान पर होंगे और पहला मैच जिस मैदान पर है, वो उनके घर जैसा है।
एडिलेड में काटते थे घास
ये अधिकतर क्रिकेट फैंस को पता है कि एडिलेड का मैदान नाथन ल्योन के लिए बेहद खास या ये कहें कि उनके घर जैसा है। दरअसल, एक समय ऐसा था जब वो इसी मैदान पर घास काटते थे। वो यहां ग्राउंड्समैन थे और उन्होंने भी नहीं सोचा था कि वो मैदान की देखरेख करते-करते एक दिन वो इसी मैदान पर एक महान स्पिनर के रूप में बड़ी-बड़ी टीमों के खिलाफ उतरेंगे। मेहनत से वो सपना सच हो गया और अब भारत-ऑस्ट्रेलिया पहला टेस्ट इसी मैदान पर है जिसको ल्योन बखूबी जानते हैं।
'पिंक बॉल' से महारथ और भारत के खिलाफ आंकड़े
नाथन ल्योन गुलाबी गेंद से काफी प्रभावी रहे हैं और इस बार पहला टेस्ट गुलाबी गेंद से ही है। उन्होंने पिंक बॉल से अब तक 28 विकेट लिए हैं। भारत के खिलाफ भी उन्हें काफी सफलता मिली है। इस स्पिनर ने 18 टेस्ट मैचों में भारत के खिलाफ सात बार पांच या इससे ज्यादा विकेट लिए हैं। टेस्ट में ल्योन ने अब तक 390 विकेट चटकाएं हैं जिसमें से 85 विकेट भारत के खिलाफ लिए हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे हमेशा से भारत के खिलाफ खेलना पसंद है। उनके पास विश्व के कुछ शानदार खिलाड़ी हैं, खासकर स्पिन के। मैंने हमेशा कहा है कि मैं अपने आप को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के सामने खेलते देखना पसंद करता हूं। इस सीरीज में मैं अपनी टीम के लिए अच्छा करना चाहता हूं।"
'मिस्ट्री गेंद' के साथ आए हैं इस बार
नाथन ल्योन ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि उनकी टीम खास रणनीति के साथ उतरने जा रही है। इस रणनीति में ल्योन की मिस्ट्री गेंद भी है जो उन्होंने शनिवार को अभ्यास मैच के दौरान डाली थी। ल्योन ने कहा कि वो अपनी मिस्ट्री गेंद को बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं हमेशा अपनी गेंदबाजी पर काम करता हूं। मैंने पिछली रात मिस्ट्री गेंद पर काम किया था। एडिलेड की विकेट के बारे में थोड़ा बहुत फीडबैक मिला था। मैंने इसका नाम नहीं सोचा है। मैं इसे लेकर काफी उत्साहित हूं। मैं प्रक्रिया में हूं। उम्मीद है कि पहले टेस्ट से पहला हमारे पास इसका नाम होगा।"
हरभजन सिंह ने भी चेताया
टेस्ट इतिहास के दूसरे सबसे सफल ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि उन्हें आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन को फ्लाइट, उछाल और ऑफ स्पिन के साथ गेंदबाजी करते तथा विकेट लेते देखना अच्छा लगता है। अब तक 390 विकेट ले चुके लॉयन श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) और हरभजन सिंह (417) के बाद टेस्ट इतिहास में 400 या उससे अधिक विकेट लेने वाले तीसरे ऑफ स्पिनर बन सकते हैं।
हरभजन ने आईएएनएस से कहा, "जिस तरह से वे गेंदबाजी करते हैं, मैं उन्हें देखना पसंद करता हूं। एक आफ स्पिनर के लिए आस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करना कठिन है। लेकिन उन्हें गेंदबाजी करते देखना बहुत पसंद है। जिस तरह से वह गेंद को फ्लाइट कराते हैं और स्पिन कराते हैं, वह शानदार है। उनके पास कोई दूसरा नहीं है। कोई अन्य अलग गेंद नहीं है। वह बस अपनी उछाल और स्पिन के साथ अधिक प्रभावशाली होते हैं।"
हरभजन ने कहा, "वह उन सभी अन्य गेंदबाजों की तुलना में बेहतर स्थिति को समझते है जो फिलहाल खेल रहे हैं। वह वहीं पैदा हुए थे और उन्होंने आस्ट्रेलिया में लगभग हर टेस्ट मैच खेला है। वह उन परिस्थितियों को जानते हैं कि वहां सफलता कैसे प्राप्त कर सकते है। वह हमेशा यह पता लगाने में लगे रहते हैं कि उन परिस्थितियों में कैसे गेंदबाजी करनी है। आप जितनी जल्दी इसका पता लगाएंगे, आपका प्रदर्शन उतना ही अच्छा होता जाएगा।"
पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर ने आगे कहा, "आस्ट्रेलिया में सतह से आपको साइड-स्पिन नहीं मिलती है। भारत में गेंद से मिलने वाली तेज स्पिन आपको वहां नहीं मिलेगी। लॉयन साइड-स्पिन का उपयोग नहीं करते, लेकिन वह केवल उछाल और लेंथ पर अधिक निर्भर रहते हैं। वह अतिरिक्त उछाल और बाउंस से बल्लेबाजों को आउट करते हैं।"