- भारत और श्रीलंका के बीच आज के दिन राजकोट में खेला गया था पहला वनडे
- टीम इंडिया ने सहवाग के शतक की बदौलत 7 विकेट पर 414 रन बनाए थे
- टीम इंडिया को श्रीलंका ने बराबरी की टक्कर दी थी और केवल 3 रन से मैच में जीत-हार का फर्क हुआ
नई दिल्ली: आज से ठीक 11 साल पहले यानी 15 दिसंबर 2009 को भारत और श्रीलंका के बीच राजकोट में एक रोमांचक वनडे मैच खेला गया था, जिसे क्रिकेट फैंस शायद ही भूल पाए हो। दोनों टीमों में सितारा खिलाड़ियों की भरमार थी और उस दिन बल्लेबाज बेहतरीन फॉर्म में भी थे। यह हाई स्कोरिंग मुकाबला था, जहां जीत का अंतर केवल 3 रन था। राजकोट के इस मैदान पर उस दिन रनों की बारिश हुई थी। मैच में कुल 25 छक्के और 80 चौके जमे थे। चलिए आपको इस यादगार मैच का पूरा हाल बताते हैं:
श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। भारतीय ओपनर्स वीरेंद्र सहवाग (146) और सचिन तेंदुलकर (69) ने 153 रन की साझेदारी करके टीम इंडिया को मजबूत शुरूआत दिलाई। फर्नांडो ने मास्टर ब्लास्टर को बोल्ड करके श्रीलंका को पहली सफलता दिलाई। तेंदुलकर ने 63 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के की मदद से 69 रन बनाए।
सहवाग का ताबड़तोड़ शतक
वीरेंद्र सहवाग का एक छोर से तूफानी अंदाज जारी था। उन्हें कप्तान एमएस धोनी (72) का बखूबी साथ मिला, जो प्रमोट होकर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे। सहवाग-धोनी के सामने श्रीलंकाई गेंदबाजों के हौसले पस्त हो चुके थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि किस दिशा में गेंद डाले। सहवाग ने बहुत जल्द अपना शतक पूरा किया और वह 150 रन पूरे करने से केवल 4 रन से चूक गए। वेलेगेदरा ने सहवाग को दिलशान के हाथों कैच आउट कराया। वीरू ने केवल 102 गेंदों में 17 चौके और 6 छक्के की मदद से 146 रन बनाए। जब वो आउट हुए तब भारत का स्कोर 35.3 ओवर में दो विकेट पर 309 रन था।
सहवाग के आउट होने के बाद श्रीलंका ने वापसी की और भारतीय मिडिल ऑर्डर को चरमरा के रख दिया। एमएस धोनी, सुरेश रैना (16), गौतम गंभीर (11), हरभजन सिंह (11) और विराट कोहली (27) जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए। अंतिम ओवरों में रवींद्र जडेजा ने तेजी से 17 गेंदों में 30 रन बनाए और भारत को 400 रन के पार पहुंचाया। धोनी ने 53 गेंदों में सात चौके और तीन छक्के की मदद से 72 रन बनाए। भारत ने निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट खोकर 414 रन बनाए। श्रीलंका की तरफ से नुवान कुलसेकरा, चनाका वेलेगेदरा और दिलहरा फर्नांडो को दो-दो विकेट मिले। एंजेलो मैथ्यूज को एक सफलता मिली।
श्रीलंका का मुंहतोड़ जवाब
415 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका को ओपनर्स उपुल थरंगा (67) और तिलकरत्ने दिलशान (160) ने 188 रन की साझेदारी करके शानदार शुरूआत दिलाई। रैना ने थरंगा को स्टंपिंग कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद दिलशान का साथ निभाने कप्तान कुमार संगकारा (90) क्रीज पर आए। दोनों ने रनगति को तेज बनाए रखा और दूसरे विकेट के लिए 128 रन की साझेदारी की। प्रवीण कुमार ने संगकारा को जडेजा के हाथों झिलवाकर भारत का दूसरी सफलता दिलाई। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने केवल 43 गेंदों में 10 चौके और पांच छक्के की मदद से 90 रन बनाए।
टीम इंडिया की जोरदार वापसी
यहां से टीम इंडिया ने जोरदार वापसी की। हरभजन सिंह ने सनथ जयसूर्या (5) को स्टंपिक कराया। फिर भज्जी ने टीम इंडिया को सबसे बड़ी सफलता दिलाई। उन्होंने 124 गेंदों में 20 चौके और तीन छक्के की मदद से 160 रन बनाने वाले दिलशान को क्लीन बोल्ड कर दिया। महेला जयवर्धने (3) को कोहली-धोनी ने संयुक्त प्रयास से रनआउट करके श्रीलंका को बैकफुट पर धकेल दिया। फिर थिलिना कंदंबी (24) और एंजेलो मैथ्यूज (38) ने श्रीलंकाई पारी को संभालते हुए स्कोर 400 पार पहुंचाया। कंदंबी को तेंदुलकर और जहीर खान ने संयुक्त प्रयास से रनआउट करके मुकाबला रोमांचक बना दिया। श्रीलंका को अंतिम 10 गेंदों में जीत के लिए 14 रन की दरकार थी। जहीर खान ने कसी हुई गेंदबाजी करके मुकाबला रोमांचक बना दिया।
श्रीलंका को जीत के लिए 6 गेंदों में 11 रन की दरकार थी। नेहरा आखिरी ओवर करने आए। उन्होंने 7 रन खर्च किए और एंजेलो मैथ्यूज का महत्वपूर्ण विकेट चटकाया। श्रीलंकाई टीम निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 411 रन बना सकी और केवल 3 रन से मुकाबला हारी। सहवाग को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। यह मैच दोनों टीमों के फैंस लंबे समय तक याद रखेंगे।