- भारत ने दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया
- हार्दिक पांड्या ने 42* रन की तूफानी पारी खेलकर भारत की जीत पर मुहर लगाई
- टीम इंडिया ने लगातार 10वां टी20 इंटरनेशनल मैच जीता
सिडनी: हार्दिक पांड्या ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए भारत को विजेता बनाया। भारत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया को दो गेंदें शेष रहते 6 विकेट से मात दी और तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाई।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 194 रन बनाए। जवाब में भारत ने 19.4 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। 22 गेंदों में 3 चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 42 रन की पारी खेलने के लिए हार्दिक पांड्या को मैन ऑफ द मैच चुना गया। बता दें कि टीम इंडिया की टी20 इंटरनेशनल में यह लगातार 10वीं जीत रही।
भारतीय टीम ने इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया से वनडे सीरीज में मिली 1-2 की शिकस्त का बदला भी ले लिया। अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का तीसरा व अंतिम टी20 इंटरनेशनल मुकाबला मंगलवार को सिडनी में खेला जाएगा। हार्दिक पांड्या ने भारत के लिए आज मैच फिनिशर की भूमिका अदा की। भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 14 रन की दरकार थी, तब पांड्या ने जिम्मेदारी उठाई और चौथी गेंद पर लंबा छक्का जमाकर भारत को सीरीज जीत दिलाई।
नटराजन थे मैन ऑफ द मैच के हकदार
हार्दिक पांड्या ने मैच ऑफ द मैच बनने के बाद कहा कि मेरी नजर में इस मुकाबले के मैन ऑफ द मैच टी नटराजन थे। 27 वर्षीय पांड्या ने कहा, 'आसान था। मैं स्कोरबोर्ड देखकर खेल रहा था। इससे आपको पता है कि किस तरह के शॉट खेलना है और आपके पास विकल्प क्या हैं। मेरे सभी मैचों में मैंने एहसास किया कि आपको जितना महसूस होता है, उससे ज्यादा टी20 मैचों में समय होता है। कोई मायने नहीं रखता कि आखिरी पांच ओवरों में 80-90-100 रन बनाना है और इससे मुझे विश्वास मिला।'
उन्होंने आगे कहा, 'ईकाई के रूप में हमें विश्वास था कि सकारात्मक खेलने से सभी को मौका मिलेगा। मेरे ख्याल से नटराजन को मैन ऑफ द मैच होना चाहिए था। उन्होंने हमें कम से कम 10 रन रोकर दिए। नटराजन ने बल्लेबाजों के लिए मददगार सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर शानदार गेंदबाजी की और चार ओवर में 20 रन देकर दो विकेट चटकाए।'
बता दें कि हार्दिक पांड्या की पारी भारत के लिए महत्वपूर्ण रही। टीम इंडिया को आखिरी दो ओवर में जीत के लिए 25 रन की दरकार थी। तब बर्थडे ब्वॉय श्रेयस अय्यर 12 और हार्दिक पांड्या 17 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे। पांड्या ने पारी के 19वें ओवर में दो लगातार चौके जमाते हुए ओवर से कुल 11 रन बटोरे। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 14 रन की दरकार थी। पांड्या ने अय्यर को परेशानी का कोई मौका नहीं दिया और अकेले ही डेनियल सैम्स की गेंदों पर 14 रन बना डाले।