- चार्ली डीन को दीप्ति शर्मा ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर किया रन आउट
- आईसीसी ने माकंडिंग को दे दी है वैधता
- बावजूद इसके उठ रहे हैं स्पिरिट ऑफ क्रिकेट को लेकर सवाल
लंदन: भारत और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीमों के बीच तीन मैच की वनडे सीरीज का अंत विवादित रन आउट के साथ हुआ। जीत के लिए 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने 9 विकेट खोकर 153 रन बना लिए थे। 21 साल की चार्ली डीन फ्रेया डेविस के साथ मिलकर इंग्लैंड को जीत की ओर ले जा रही थीं।
फिर उठा स्पिरिट ऑफ क्रिकेट का मसला
ऐसे में 44वें ओवर में दीप्ति शर्मा गेंदबाजी करने आईं। उन्होंने तीसरी गेंद पर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ी चार्ली डीन को रन मांकड करके मैच खत्म कर दिया और भारत को 16 रन के अंतर से जीत दिला दी। साथ ही इंग्लैंड का सूपड़ा साफ करके सीरीज पर 3-0 के अंतर से कब्जा कर लिया। जैसे ही दीप्ति शर्मा ने चार्ली को रन आउट किया, लॉर्ड्स की बालकनी में खड़ी इंग्लैंड की खिलाड़ियों के मुंह खुले रह गए। कमेंटेटर भी आईसीसी द्वारा इस तरह आउट किए जाने को सही करार देने के नियम पर 'स्पिरिट ऑफ द क्रिकेट' का हवाला देकर मैच के खत्म होने के तरीके पर नाखुशी जताने लगे।
कहा-आप सवाल टाल रही हैं, तो बंद कर दी बोलती
ऐसे में मैच के बाद प्रेजेंटेशन के दौरान प्लेयर ऑफ द सीरीज चुनी गईं कप्तान हरमनप्रीत कौर पहुंची तो उनसे प्रेंजेटर ने पहला सवाल चार्ली डीन के रन आउट से जुड़ा सवाल पूछा। लेकिन हरमनप्रीत ने उस सवाल का जवाब देकर विवाद को हवा देना सही नहीं समझा। ऐसे में प्रेजेंटर ने हरमनप्रीत कौर से कहा कि आप सवाल टाल रही हैं तो उन्होंने करारा जवाब देकर उनकी बोलती बंद कर दी और उनके जले पर नमक छिड़क दिया। हरमनप्रीत ने जवाब देते हुए कहा, 'ईमानदारी से कहूं कि मैंने सोचा था कि आप पहले नौ विकेटों के बारे में पूछेंगे वो आसान नहीं थे। ये खेल का हिस्सा है, मुझे नहीं लगता है कि हमने कुछ नया किया है, ये आईसीसी के नियमों है और आप हमेशा ऐसे मौके बनाना चाहते हैं।'
दीप्ति ने नहीं किया कुछ गलत, सबकुछ है नियमों के दायरे में
हरमनप्रीत ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि यह आपकी मैच अवेयरनेस है, आपको यह पता होना चाहिए कि बल्लेबाज क्या कर रहे हैं। मैं अपनी प्लेयर( दीप्ति शर्मा) का बचाव करूंगी। हमने कुछ गलत नहीं किया है। ये आईसीसी के नियमों में है। यह सबकुछ खेल का हिस्सा है और अंत में जीत जीत होती है और आपको उसका लुत्फ उठाना चाहिए।'
हमारी टीम में है कहीं भी जीतने का माद्दा
सीरीज पर 3-0 से कब्जा करने के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा, हमें जीत की खुशी है। हमने पहले मैच के बाद इस बारे में चर्चा की थी। हम जब यहां आए थे तब हम अच्छा करना चाहते थे। हमारी टीम में कहीं भी जाकर जीतने का माद्दा है। पहले मैच के बाद हमने जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं वो हमारे कैरेक्टर को दिखाता है। हम आगे भी इस तरह की क्रिकेट खेलना चाहते हैं।