- मैदान पर प्रतिद्वंद्विता के बावजूद भारत-पाकिस्तानी क्रिकेटरों के बीच थी अच्छी दोस्ती
- वकार यूनिस ने इंजमाम उल हक और मोहम्मद अजहरूद्दीन की दोस्ती का वो किस्सा याद किया
- 1997 में इंजमाम एक फैन से भिड़ गए थे क्योंकि उसने अजहर की पत्नी के खिलाफ भद्दे कमेंट किए थे
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट की चिर-प्रतिद्वंद्विता दुनिया में बहुत पसंद की जाती है। दोनों टीमों के बीच के मुकाबले भी काफी कड़े होते हैं, जिसमें रोमांच की हदें पार हो जाती है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच बॉर्डर और राजनीतिक तनाव के कारण भी यह मुकाबला साख को लेकर विशेष बन जाता है। हालांकि, क्रिकेटरों से ही जानने को मिला है कि मैदान के बाहर दोनों टीमों के खिलाड़ी काफी अच्छे दोस्त हैं। ऐसे कई मौके हुए जब मैदान पर तो खिलाड़ियों के बीच जमकर तनातनी हुई, लेकिन बाहर उनकी दोस्ती पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने इंजमाम उल हक और पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन के बीच 1997 में दोस्ती का एक किस्सा शेयर किया है। भारत और पाकिस्तान के बीच 1997 में उस मैच को याद करते हुए वकार ने बताया कि इंजमाम के खिलाफ मैदान पर 'आलू...आलू' के नारे लग रहे थे। इंजमाम ने तब अपना गुस्सा किसी तरह शांत किया, लेकिन दर्शकों में से एक फैन ने अजहर की पत्नी के खिलाड़ी कुछ छींटाकशी की, जो पाकिस्तानी बल्लेबाज को सहन नहीं हुई और वो अपना आपा खो बैठे।
एक-दूसरे की काफी इज्जत करते हैं इंजी-अजहर
वकार ने द ग्रेटेस्ट राइवलरी पोडकास्ट में खुलासा किया, 'हां वहां कोई इंजी को आलू...आलू बोल रहा था। मगर साथ ही वहां ये हुआ कि किसी दर्शक ने अजहर की पत्नी के खिलाफ भद्दा कमेंट किया। इंजी तो इंजी है, उसे वो पसंद नहीं आया। मैंने आपको जैसे बताया कि दोनों टीमों के खिलाड़ियों की मैदान के बाहर दोस्ती शानदार है। यह शानदार है। दोनों अजहर-इंजी एक-दूसरे की काफी इज्जत करते हैं।'
वकार ने कहा कि भारत और पाकिस्तानी क्रिकेटरों के बीच मैदान के बाहर काफी अच्छी केमिस्ट्री रहती है। एक फैन ने भारतीय क्रिकेटर के परिवार पर छींटाकशीं की तो पाकिस्तानी क्रिकेटर ने उठकर फैन का सामना किया। वकार ने कहा, 'आपको बता दें कि हम मैदान पर कड़ा संघर्ष करते थे, लेकिन जब बात दोस्ती की आती थी तो हम एक-दूसरे का बहुत ख्याल रखते थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'फिर हुआ क्या कि किसी ने अजहर की पत्नी को कुछ बुरा कहा, तो इंजी को पता नहीं क्या हुआ। उसने फैसला किया और मेरे ख्यास से सलीम मलिक कप्तान था (मैच में रमीज राजा असली कप्तान थे), तो इंजी ने कप्तान से कहा कि मुझे फाइन लेग या थर्ड मैन पर भेजो। तब वो फील्डिंग करने गया। इंजी ने 12वें खिलाड़ी को बल्ला लाने को कहा, उसने लाकर भी दे दिया। फिर इंजी ने जो किया, वो सभी के सामने था।'
इंजमाम को मिली कड़ी सजा
इस घटना के बाद इंजमाम उल हक को कड़ी सजा भुगतना पड़ी थी। पाकिस्तानी क्रिकेटर पर दो मैचों का प्रतिबंध लगा था। इंजमाम को कोर्ट भी जाना पड़ा था, लेकिन अजहर ने दख्लअंदाजी करते हुए कोर्ट के बाहर ही मामला ठीक करा दिया। वकार ने कहा, 'इंजी को भुगतना पड़ा। उसे माफी मांगना पड़ी। उस घटना के लिए उसे कोर्ट भी जाना पड़ा, लेकिन अजहर आए। उन्होंने उस भारतीय शख्स से बात की और कोर्ट के बाहर मामला रफा-दफा करा दिया।'