- गैरी कर्स्टन कई साल भारतीय टीम के कोच रहे
- उनके रहते ही टीम ने 2011 विश्व कप जीता था
- वह आईपीएल में आरसीबी के कोच भी रहे हैं
टी20 विश्व कप 2021 के बाद टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ के पूरी तरह से बदलने की संभावना है। हेड कोच रवि शास्त्री और अन्य कोचों के कॉन्ट्रैक्ट समाप्त होने वाले हैं। कपिल देव की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने साल 2019 में शास्त्री और उनकी टीम के अनुबंध को दो साल के लिए बढ़ाया था। टीम इंडिया में नए मुख्य कोच के अलावा बैकरूम स्टाफ में भी नए सदस्य होंगे। कई अनुभवी कोच हैं, जो भारतीय टीम के साथ काम करने के लिए उत्सुक होंगे।
कर्स्टन के रहते भारत ने विश्व कप जीता था
नए कोच की नियुक्ति की चर्चा के बीच पूर्व भारतीय हेड कोच गैरी कर्स्टन का नाम भी इस पद की दौड़ में लिया जा रहा है। हालांकि, कर्स्टन ने Timesnownews.com के साथ खास बातचीत में बिना लाग लपेट के जवाब देते हुए कहा कि वह कोच के लिए आवेद नहीं करने वाले हैं। बता दें कि कर्स्टन के कोच रहते ही भारत ने साल 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। उनका कार्यकाल 2007 से 2011 तक था। आईसीसी प्रतियोगिता जीतने के अलावा कर्स्टन के कार्यकाल में भारतीय टीम पहली बार आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुंची थी। वह आईपीएल में विराट कोहील की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के कोच भी रह चुके हैं।
'मैं कोच के लिए अप्लाई नहीं करने वाला हूं'
गैरी कर्स्टन से सवाल किया गया कि क्या आप भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के रूप में वापसी करने जा रहे हैं? क्या आप नवंबर में इस पद के लिए आवेदन करेंगे? इसपर कर्स्टन ने कहा कि मैं अभी कोच के पद के लिए अप्लाई नहीं करने वाला हूं। मैं एक बिजनेस में शामिल हूं, जिसका नाम कोचईड (www.coachedcricket.com) है। इसका मकसद अकादमियों, स्कूलों और सहयोगी देशों में कोचों के लिए ऑनलाइन कोचिंग सर्टिफिकेशन तक पहुंच प्रदान करना है। मुझे कोच एजुकेशन बहुत पसंद है और मैं व्यक्तिगत अनुभव से जानता हूं कि किसी भी खिलाड़ी के लिए गुणवत्तापूर्ण कोचिंग का वैल्यू क्या है। कोचईड ने मुझे विश्व स्तर पर खेल की सेवा करने और कोच बनाने की इच्छा रखने वाले युवाओं के साथ काम करने का मौका दिया है।
कप्तान के तौर पर कोहली कितना बदलाव?
वहीं, कर्स्टन से जब पूछा गया कि आपने टीम इंडिया और आरसीबी में विराट कोहली के साथ काम किया है, ऐसे में वर्ल्ड कप 2011 के बाद से कप्तान के तौर पर उनमें कितना बदलाव आया है? 26 साल की उम्र में टेस्ट कप्तान बनने की वजह से क्या उन्हें एक खिलाड़ी के रूप में भी मदद मिली? इसके जवाब में पूर्व कोच ने कहा कि मैंने कोहली के साथ कप्तान के रूप में वास्तव में केवल एक सीजन काम किया है। वह अपने देश के लिए बेहतरीन कर रहे हैं। किसी भी युवा कप्तान की तरह अधिक अनुभव और समझ के आने साथ वह लगातार बेहतर होते गए हैं। मौजूदा दौर में भारतीय टीम में कई शानदार मैच विनर हैं।