- न्यूजीलैंड ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत को करारी मात दी
- न्यूडीलैंड की टीम ने फाइनल में 8 विकेट से जीत हासिल की
- यह खिताबी मुकाबला इंग्लैंड के साउथैम्टन में खेला गया था
हाल ही में न्यूजीलैंड ने पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब अपने नाम किया। न्यूजीलैंड ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत को 8 विकेट से हराया। भारत ने पहली पारी में 217 और दूसरी पारी में 170 रन बनाए। वहीं, न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 249 रन बनाकर 32 रन की बढ़त हासिक और इस तरह कीवी टीम को जीत के लिए 139 रन का टार्गेट मिला। न्यूजीलैंड रिजर्व डे पर लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआती दो विकेट 44 के स्कोर पर खो दिए। यहां से कप्तान केन विलियमसन (52) और रॉस टेलर (47) ने मोर्चा संभाला और टीम को चैंपियन बनाकर लौटे। अब विलियमसन ने उस एक पल के बारे में बताया है, जिसने पूरी तरह फाइनल को पलट दिया था।
इस पल ने पूरी तरह पलट दिया मैच
बता दें कि केन विलियमसन रिजर्व डे पर जब लक्ष्य का पीछा करने उतरे तो रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर मैदानी अंपायर माइकल गफ ने कीवी कप्तान को एलबीडब्ल्यू करार दिया था। हालांकि, विलियमसन अंपायर के फैसले से सहमत नहीं दिखे और रिव्यू ले लिया। डीआरएस में नजर आया कि गेंद स्टंप्स को मिस कर रही है। ऐसे में विलियमसन ने अपनी पारी आगे बढ़ाई और टीम को जिताकर लौटे। विलियमसन ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'काफी नजदीकी मामला था। लेकिन अश्विन ने जिस तरह से गेंद को स्पिन कराया, मुझे लगा कि मेरे पास मौका हो सकता है। इसलिए मैंने रिव्यू लेने का फैसला किया, जो मेरे पक्ष में गया। फिर मैच पर हमारी पकड़ मजबूत होती चली गई।'
विलियमसन ने भारत की तारीफ की
न्यूजीलैंड के कप्तान ने भारतीय टीम की काफी तारीफ की। विलियमसन ने कहा, 'एक फाइनल से कभी भी पूरी कहानी नहीं पता चलती। हम जानते हैं कि भारत एक दमदार टीम है और हमें इस फाइनल में जीत हासिल करने पर गर्व है। हालांकि, इस बात को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता कि टीम इंडिया कितनी मजबूत हैं और उनमें क्या खूबियां हैं।' विलियमस ने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं कि वे बहुत अधिक जीतेंगे, आप उनकी गुणवत्ता जानते हैं। उनके पास एक खतरनाक तेज गेंदबाजी आक्रमण है, जो दुनिया में सबसे बेस्ट है। अविश्वसनीय स्पिन गेंदबाजों और बल्लेबाजी का उल्लेख करने की तो जरूरत ही नहीं। उनमें गहराई है।'
लोगों को ड्रॉ की संभावना अधिक थी
विलियमसन ने खिताबी मुकाबले के आखिरी दिन को लेकर कहा कि मैच में तीनों परिणाम विभिन्न प्रतिशतों में संभव थे, लेकिन सभी को शायद यह लगा कि समय की कमी के कारण ड्रा की संभावना सबसे अधिक है। कीवी कप्तान ने कहा, 'हमारे दिमाग में उस दिन बहुत कुछ चल रहा था। किसी भी तरह के परिणाम की उम्मीद थी। हम जितना कर सकते थे, उतना करने की कोशिश कर रहे थे। पिछले कुछ दिनों से अलग कुछ नहीं था और फिर देखा कि गेम कैसे आगे बढ़ रहा है। साथ ही मौका भी बनता गया।'