- दीप दासगुप्ता ने कहा कि केएल राहुल टी20 विश्व कप के लिए मजबूत विकल्प हैं
- दासगुप्ता ने कहा कि केएल राहुल को टेस्ट क्रिकेट में लौटना चाहिए
- दासगुप्ता ने कहा कि धोनी को पिछले सीजन में घरेलू क्रिकेट खेलनी चाहिए थी
कोलकाता: पूर्व विकेटकीपर और मौजूदा विश्लेषक दीप दासगुप्ता ने कहा कि टी20 इंटरनेशनल प्रारूप में केएल राहुल को विकेटकीपिंग जारी रखनी चाहिए क्योंकि आगामी टी20 विश्व कप के लिए वह भारतीय टीम की योजनाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकते हैं। दीप दासगुप्ता का मानना है कि केएल राहुल को तीनों प्रारूपों में खेलना चाहिए, लेकिन टी20 इंटरनेशनल में उन्हें विकेटकीपर बल्लेबाज की दोहरी जिम्मेदारी दी जाना चाहिए।
दासगुप्ता ने कहा कि केएल राहुल सीमित ओवर क्रिकेट में भारत के लिए विकेटकीपिंग कर चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जनवरी में रिषभ पंत की जगह यह जिम्मेदारी संभाली थी। राहुल ने फिर पंत को न्यूजीलैंड दौरे तक प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं होने दिया जबकि रिषभ विकेटकीपर के रूप में पहली पसंद थे। गैर जरूरी मुकाबलों में भी पंत बाहर बैठे जबकि राहुल ने विकेट के पीछे की जिम्मेदारी संभाली।
राहुल ने न्यूजीलैंड दौरे पर अपनी विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी दोनों शैली से प्रभावित किया। न्यूजीलैंड दौरे पर राहुल ने 5 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 224 रन जबकि तीन वनडे में 204 रन बनाए। हालांकि, 2019 अगस्त के बाद से राहुल ने टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला। सीमित ओवर में दमदार प्रदर्शन के बावजूद राहुल को न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली।
दीप दासगुप्ता ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'केएल राहुल को तीनों प्रारूप खेलना चाहिए। वह एक गुणी बल्लेबाज और अच्छे विकेटकीपर हैं। मेरा विश्लेषण कहता है कि उन्हें टी20 इंटरनेशनल टीम में जरूर होना चाहिए। देखिए हम दो टी20 विश्व कप की बात कर रहे हैं और राहुल भारतीय टी20 टीम के अहम सदस्य हैं। राहुल बहुत अच्छे खिलाड़ी होने के बाद भी तीनों प्रारूपों में नहीं हैं। टी20 में आप कह सकते हैं कि वह शानदार विकेटकीपिंग बल्लेबाज हैं। मैं लंबे समय तक यह बात बोल सकता हूं। वनडे में मामला बराबरी का है। राहुल को टेस्ट क्रिकेट भी खेलना चाहिए। मगर उन्हें टेस्ट में विकेटकीपिंग नहीं करनी चाहिए।'
धोनी को घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए
इस बीच दीप दासगुप्ता ने एमएस धोनी के बारे में भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि एमएस धोनी की अंतरराष्ट्रीय वापसी खतरे में है। दासगुप्ता ने जोर दिया कि अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज को पिछले सीजन में घरेलू क्रिकेट खेलनी चाहिए थी। धोनी को अपनी लय बरकरार रखनी चाहिए थी, भले ही वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर थे। धोनी ने ब्रेक लिया और उनके भविष्य को लेकर कई तरह की अफवाहें उड़ी।
हालांकि, धोनी ने स्पष्ट कर दिया था कि वह आईपीएल में हिस्सा लेंगे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण यह निलंबित है। दासगुप्ता ने कहा, 'देखिए एमएस धोनी ने करीब 9 महीने से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेली है। उन्होंने विश्व कप के बाद से कोई मैच नहीं खेला। मुझे नहीं पता और न ही किसी ने उन्हें इन 9 महीने में क्रिकेट खेलते देखा। उन्हें किस आधार पर टीम में जगह मिलेगी। आदर्श स्थिति यह होती कि वह घरेलू क्रिकेट खेलते। मैं समझ सकता हूं कि वह रणजी ट्रॉफी नहीं खेलना चाहते होंगे। मगर सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी में वह खेल सकते थे। अब 9 महीने को देखकर आप एक या दो साल पीछे जाएं तो फिर आप वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की भी वापसी करा सकते हैं।'