- भारतीय टीम ने शनिवार को टेस्ट इतिहास में अपना न्यूनतम स्कोर बनाया
- इससे पहले साल 1974 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन पर ढेर हो गई थी टीम इंडिया
- टीम इंडिया के दोनों न्यूनतम स्कोर के बीच एक रोचक समानता उभरकर सामने आई है
एडिलेड: एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय शेर कंगारूओं के खिलाफ महज 36 रन पर ढेर हो गए। यह टेस्ट इतिहास में टीम इंडिया का सबसे कम स्कोर है। इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम ने चायकाल से पहले 8 विकेट से टेस्ट मैच भी गंवा दिया और सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई। इस मैच से पहले टीम इंडिया का टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर 42 रन था जो उसने साल 1974 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे।
रिटायर्ड हर्ट हुए मोहम्मद शमी
टीम इंडिया के इन दो शर्मनाक प्रदर्शनों के बीच कई समानताएं देखने को मिली। जिसमें से एक बेहद रोचक है। शनिवार को भारतीय टीम 9 रन पर 1 विकेट से आगे खेलना शुरू किया और 21.2 ओवर में 36 रन पर 9 विकेट गंवा दिए थे। दिग्गज खिलाड़ियों से सजी टीम का टॉप ऑर्डर 16 रन पर ढेर हो गया था। इस स्कोर पर विराट सेना ने 6 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद भी विकेटों की पतझड़ जारी रही और अंतिम बल्लेबाज मोहम्मद शमी चोटिल हो गए। उनके हाथ पर पैट कमिंस की गेंद लगी और इसके बाद वो दोबारा बल्लेबाजी नही कर सके और 36/9 विकेट पर भारतीय पारी समाप्त हो गई।
1974 में बल्लेबाजी नहीं करने आए भगवत चंद्रशेखर
इसी तरह साल 1974 के मैच में दूसरी पारी में फॉलोऑन खेल रही भारतीय ने दूसरी पारी में 9 विकेट पर 42 रन बनाए थे। उस दौर के दिग्गज स्पिनर भागवत चंद्रशेखर चोटिल होने के कारण दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने नहीं उतरे और 9वें विकेट के पतन के साथ ही मैच समाप्त हो गया। यानी 46 साल के अंतराल में भारतीय टीम ने जब-जब अपना न्यूनतम स्कोर बनाया तब टीम इंडिया ने 9-9 विकेट गिरे और दसवां खिलाड़ी रिटायर्ड हर्ट हो गया। दोनों ही मैचों में भारत को अंत में हार का मुंह देखना पड़ा।