- मिताली राज ने लिया संन्यास
- मिताली राज को शुरुआत में था डांस का शौक
- पिता ने आलसपन दूर करने के लिए क्रिकेट में डाला
विश्व महिला क्रिकेट की लेजेंड रही मिताली राज ने बुधवार को अपने 23 साल के करियर पर विराम लगा दिया है। भारत की दिग्गज महिला क्रिकेटर मिताली राज ने 1999 से चले आ रहे अपने इंटरनेशनल क्रिकेट को थामने का फैसला किया। मिताली राज ने महिला क्रिकेट में एक लंबा समय दिया, जहां उन्होंने कई रिकॉर्ड्स स्थापित किए। मिताली अपने जबरदस्त करियर के कारण महिला क्रिकेट की सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार रही। मिताली ने भारतीय क्रिकेट टीम को लंबा वक्त दिया और ना जाने कितने ही यादगार पल संजोए।
मिताली को नहीं था शुरुआत में क्रिकेट का शौक
मिताली राज ने 39 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। मिताली ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत महज 16 साल की उम्र में ही कर दी थी। उन्होंने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने नाम के आगे महान शब्द लिखवाकर ही दम लिया। आज महिला क्रिकेट की सर्वकालिन महान खिलाड़ियों में शुमार हो चुकी मिताली राज शुरुआत में क्रिकेटर नहीं बनना चाहती थी। भारत की इस दिग्गज महिला क्रिकेटर को अपने जीवन के शुरुआती दौर में क्लासिकल डांस का शौक था।
क्लासिकल डांसर बनना चाहती थी मिताली
मिताली राज की मां अपनी बेटी को क्लासिकल डांसर बनाना चाहती थी। मिताली ने 10 साल की उम्र तक तो क्रिकेट के बारे में सोचा ही नहीं था। मिताली को क्लासिकल डांसिंग सीखने में तो रूचि थी, लेकिन वो बहुत ही आलसी मानी जाती थी।
पिता ने मिताली को करवायी क्रिकेट ट्रेनिंग शुरू
एयरफोर्स में एक बड़े अफसर के पद पर रहे उनके पिता को अपनी बेटी का ये आलस पसंद नहीं आया और उन्होंने अपनी बेटी को अनुशासन में रखने के लिए क्रिकेट की कोचिंग शुरू करवा दी। इसके बाद तो मिताली को क्रिकेट के प्रति रूचि जाग गई, और वो इस खेल के प्रति काफी ज्यादा गंभीर दिखने लगी। मिताली इसके बाद तो देखते ही देखते 16 साल की उम्र में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हो गई। पिता की जिद ने मिताली राज को क्रिकेट की ट्रेनिंग शुरू करवायी और आज पूरा विश्व क्रिकेट इस दिग्गज महिला क्रिकेटर के रूतबे को जानता है।