- पीसीबी के हाईपरफॉर्मेंस सेंटर में बतौर इंटरनेशनल प्लेयर्स डेवलपमेंट के प्रमुख कार्यरत हैं
- सकलैन ने धोनी के संन्यास लेने की तरीके पर निराशा जताते हुए बीसीसीआई को आड़े हाथों लिया था
- ऐसे में पीसीबी ने धोनी के लिए वीडियो जारी करने पर सकैलन की क्लास लगा दी
कराची: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरफदारी करना पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सकलैन मुश्ताक के लिए भारी पड़ गया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शर्मनाक हरकत करते हुए उनकी फटकार लगाई है। सकैलन ने 15 अगस्त की एमएस धोनी द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। उसके बाद सकलैन ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर धोनी की सराहना की थी।
ऐसे में अब खबर आ रही है कि पीसीबी ने 43 वर्षीय सकलैन की फटकार लगाते हुए उन्हें याद दिलाया है कि वो बोर्ड के कर्मचारी हैं और यू-ट्यूब पर वीडियो नगीं डाल सकते। सकलैन वर्तमान में पीसीबी के हाई परफॉर्मेंस सेंटर में इंटरनेशनल प्लेयर्स डेवलपमेंट के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। सूत्र के मुताबिक सकैलन मुश्ताक द्वारा धोनी की सराहना किए जाने से पीसीबी खुश नहीं है। सकलैन ने धोनी को विदाई मैच नहीं देने पर बीसीसीआई की आलोचना की थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक रिश्तों के कारण पिछले कई सालों से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेली जा रही है। ऐसे में पीसीबी ने राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को भारतीय खिलाड़ियों या टीम इंडिया के बारे में प्रतिक्रिया देने से बचने की सलाह दे चुका है। सकैलन के हालिया वीडियो जारी किए जाने के बाद पीसीबी ने हाई परफॉर्मेंस केंद और प्रांतीय टीमों से जुड़े कोचों से इस तरह के कदम से भविष्य में बचने को कहा है।
काश उसे टीम इंडिया की जर्सी पहने संन्यास लेते देख पाता
सकलैन ने जो वीडियो धोनी के लिए जारी किया था उसमें उन्होंने कहा था कि 'भगवान उस पर कृपा बनाए रखे और उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो और जो भी फैसले ले, उसमें सफल हो। मगर एक मलाल मुझे रह गया। मेरे ख्याल से धोनी के हर फैन को भी यही मलाल है। यह देखना गजब होता कि एमएस धोनी को भारतीय टीम की जर्सी पहने देखते हुए संन्यास लेते देखते।'
ऐसे नहीं लेना चाहिए था संन्यास
सकैलन ने ये भी कहा था, 'मैं हमेशा सकारात्मक बातें करता हूं और किसी भी तरह नकारात्मकता नहीं फैलाना चाहता, लेकिन मुझे लगता है कि ये बात कहनी चाहिए। यह एक तरह से बीसीसीआई की हार है। बोर्ड ने एमएस धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी के साथ सही बर्ताव नहीं किया। इस तरह संन्यास नहीं होना चाहिए था।'