- पीसीबी ने उमर अकमल पर सभी प्रकार के क्रिकेट से तीन साल का प्रतिबंध लगाया
- पीसीबी ने मैच फिक्सिंग की सुनवाई के बाद अकमल के खिलाफ यह फैसला लिया
- पीसीबी ने ट्विटर के जरिये उमर अकमल के प्रतिबंधन की जानकारी दी
लाहौर: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की अनुशासनात्मक समिति ने सोमवार को उमर अकमल पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया है। अकमल पर यह प्रतिबंध इसलिए लगा है क्योंकि उन्होंने समय पर फिक्सिंग से संबंधित जानकारी अधिकारियों को नहीं दी थी। अनुशासनात्मक समिति के चेयरमैन जस्टिस (रिटायर्ड) फजल-ए-मिरान चौहान ने फैसला सुनाया और अकमल को संहिता के 2.4.4 आर्टिकल के उल्लंघन का दोषी पाया।
बता दें कि अकमल ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि एक मैच में दो गेंद छोड़ने के लिए फिक्सर ने उन्हें 2 लाख यूएस डॉलर की पेशकश की थी। अकमल ने यह भी दावा किया था कि उन्हें भारत के खिलाफ मैच नहीं खेलने के लिए मोटी रकम का ऑफर मिला था। अकमल ने इंटरव्यू में कहा था, 'मुझे एक बार दो गेंदें छोड़ने के लिए 2 लाख यूएस डॉलर का ऑफर दिया गया था। मुझे भारत के खिलाफ मैच नहीं खेलने के लिए मोटी रकम का ऑफर दिया गया था।'
बल्लेबाज ने कहा था कि 2015 विश्व कप में भी बुकी ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश की थी। हालांकि, अकमल इस बात का ध्यान दिलाना भूल गए थे कि उन्होंने इसकी जानकारी भ्रष्टाचार विरोधी ईकाई (एसीयू) को दी थी या नहीं। आईसीसी भ्रष्टाचार विरोधी संहिता 2.4.4 और 2.4.5 के मुताबिक खिलाड़ियों को भ्रष्टचार से संबंधित सभी जानकारी अधिकारियों को देनी होती है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो फिर उन्हें कम से कम पांच साल की सजा हो सकती है।
अकमल को 2 फरवरी को पाकिस्तान सुपर लीग से निलंबित किया गया था और पीसीबी के आचार संहिता के उल्लंघन के लिए दो अलग-अलग जुर्माने लगाए गए थे।
विवादों से भरा रहा करियर
उमर अकमल और विवाद एक-दूसरे के पूरक बनकर चले हैं। 2014 में अकमल को एक दिन हिरासत में रखा गया था क्योंकि वह ट्रैफिक वॉर्डन से झगड़ा कर बैठे थे। 2017 में विकेटकीपर बल्लेबाज तीन महीने के लिए निलंबित हुए थे क्योंकि वह राष्ट्रीय टीम के हेड कोच मिकी आर्थर से विवाद कर बैठे थे। अकमल के लिए 2020 की शुरुआत अच्छी नहीं रही जब उन्होंने लाहौर में फिटनेस ट्रेनर के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। फिटनेस टेस्ट के दौरान अकमल ने अपने कपड़े उतारकर ट्रेनर से पूछा था कि उनके शरीर में कहां चर्बी है।
ट्रेनर ने तुरंत इसकी जानकारी पाकिस्तान के हेड कोच और चयनकर्ता मिस्बाह उल हक को दी, जिन्होंने इस मामले में सुनवाई आयोजित करने के लिए कहा। हालांकि, इस मामले में उमर अकमल को किसी प्रकार की सजा नहीं हुई। कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों का मानना था कि 29 साल के अकमल में गजब की प्रतिभा है, लेकिन इन विवादों के कारण वह अपना करियर बर्बाद कर रहे हैं।
अकमल ने 121 वनडे में 34.34 की औसत से 3194 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने दो शतक और 20 अर्धशतक भी जमाए। वहीं अकमल ने 16 टेस्ट में 1 शतक और 6 अर्धशतक की मदद से 1003 रन बनाए। अकमल ने आखिरी बार अक्टूबर 2019 में पाकिस्तान टीम का प्रतिनिधित्व किया था।