- सरफराज अहमद को टीम में शामिल करने पर मचा बवाल
- पीसीबी ने टीम प्रबंधन से सरफराज के चयन को लेकर मांगी विस्तृत रिपोर्ट
- सरफराज अहमद के बारे में खुलासा हुआ कि वह आखिरी मुकाबला खेलने को तैयार नहीं थे
कराची: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद लगभग पूरे इंग्लैंड दौरे पर बेंच गर्म करते रहे, लेकिन उन्हें तीसरे व आखिरी टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में मोहम्मद रिजवान की जगह शामिल किया गया। पाकिस्तान के टेस्ट स्क्वाड के सदस्य रहे सरफराज अहमद को अजहर अली के नेतृत्व वाली टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली क्योंकि रिजवान को तीनों टेस्ट में मौका दिया गया। इंग्लैंड दौरा समाप्त होने के बाद कई रिपोर्ट्स आईं कि सरफराज अहमद ने आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में खेलने से इंकार किया था।
हालांकि, हेड कोच मिस्बाह उल हक, बल्लेबाजी कोच यूनिस खान और कप्तान बाबर आजम के मनाने पर सरफराज अहमद खेलने को राजी हुए। अब जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पीसीबी ने पाकिस्तान टीम प्रबंधन से ऐसा इसलिए करने को कहा क्योंकि सरफराज अहमद ने पहले खेलने के लिए इंकार किया था।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान टीम प्रबंधन इस मामले को छिपाना चाहता था। हालांकि, पीसीबी ने प्रबंधन से इस घटना के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सरफराज अहमद इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच खेलना नहीं चाहते थे, लेकिन दबाव के चलते वह खेले। सरफराज को डर था कि अगर वह प्रदर्शन करने में फेल रहे तो उन्हें टीम से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाएगा। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के कप्तान सरफराज अहमद को पाकिस्तान टीम से हमेशा अपनी जगह गंवाने का डर था, जिस वजह से वो नहीं खेलना चाहते थे। हालांकि, मिस्बाह, यूनिस और बाबर के सुनिश्चित करने के बाद उन्होंने खेलने का फैसला किया।
मिस्बाह ने सरफराज को राजी किया
हेड कोच मिस्बाह उल हक अनुभवी सरफराज अहमद के समर्थन में आए। जियो सुपर से बात करते हुए मिस्बाह ने कहा कि वो भी ऐसा ही करते अगर सरफराज अहमद की जगह होते। उन्होंने साथ ही कहा कि किसी भी खिलाड़ी को चिंता होती जब दौरे पर आखिरी मुकाबले में मौका मिले और सरफराज अहमद को भी यही चिंता थी। मिस्बाह ने आगे कहा कि सरफराज दबाव में थे कि चीजें अगर उनके पक्ष में नहीं हुई तो वो परेशानी में आ सकते हैं।
बहरहाल, सरफराज अहमद से बहुत उम्मीदें थी, जो लंबे समय बाद टीम में वापसी कर रहे थे। 33 साल के सरफराज मुकाबले में कुछ खास नहीं कर सके। उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला जबकि फील्डिंग में वो मोइन अली की स्टंपिंग का आसान मौका गंवा बैठे। हालांकि, पाकिस्तान ने 5 रन के अंतर से मैच जीता था।