- रवींद्र जडेजा को चुना गया 21वीं सदी का सबसे मूल्यवान भारतीय टेस्ट क्रिकेटर
- प्रतिष्ठित क्रिकेट पत्रिका विजडन ने चुना टेस्ट में सबसे मूल्यवान भारतीय खिलाड़ी
- कई बार आईसीसी ऑलराउंडर रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर रह चुके हैं रवींद्र जडेजा
नई दिल्लीः प्रतिष्ठित विजडन क्रिकेट पत्रिका के मासिक एडिशन में भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को बड़ा सम्मान दिया गया है। एक खास रिसर्च के बाद ये नजीता निकाला गया है कि 21वीं सदी में रवींद्र जडेजा भारत के सबसे मूल्यवान क्रिकेटर हैं। जाहिर तौर पर इसमें तमाम दिग्गज खिलाड़ियों को भी नजर में रखा गया था लेकिन विराट कोहली से लेकर कई अन्य खिलाड़ियों तक, तमाम धुरंधर क्रिकेटर भी रवींद्र जडेजा के आगे नहीं टिक सके।
विजडन के मुताबिक क्रिकविज की शीर्ष एनालिटिक्स द्वारा इस नतीजे पर पहुंचा गया है। इस शोध में हर खिलाड़ी को एक MVP रेटिंग दी जाती है जिसका मॉडल हर क्रिकेटर की दूसरे खिलाड़ी से तुलना करते हुए तैयार किया जाता है। इन खिलाड़ियों का मैच पर कैसा प्रभाव रहा इसको देखते हुए रेटिंग तय की जाती है।
हैरान करने वाला नतीजा
इस शोध को अंजाम देने वाले क्रिकविज के फ्रेडी विल्डे भी रवींद्र जडेजा का नाम सामने आने पर हैरान थे। उन्होंने कहा, 'भारतीय स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का नाम भारत के नंबर.1 खिलाड़ी के रूप में सामने आना बेशक चौंकाने वाला होगा। वैसे भी वो अपनी ही टीम में ऑटोमैटिक रूप से चयनित होने वाले खिलाड़ी नहीं माने जाते हैं। हालांकि जब वो खेलते हैं तब उनको काफी महत्व दिया जाता है, फिर चाहे वो शीर्ष गेंदबाज के रूप में हो या फिर नंबर.6 में बल्लेबाजी करते हुए अपना योगदान देना।'
जडेजा के हैरान करने वाले आंकड़े
इसके अलावा बताया गया कि रवींद्र जडेजा के आंकड़े क्या कुछ कहते हैं। इसमें कुछ बेहद दिलचस्प बातें निकलकर सामने आईं। फ्रेडी द्वारा बताया गया कि 31 वर्षीय जडेजा का गेंदबाजी औसत (24.62) पूर्व महान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न से भी बेहतर है और बल्लेबाजी औसत (35.26) ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धुरंधर ऑलराउंडर शेन वॉटसन से भी अच्छा है। यही नहीं, इस सदी में टेस्ट क्रिकेट के अंदर 1000 रन बनाने के साथ-साथ 150 विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में वो बैटिंग-बॉलिंग के अंतर में दुनिया के दूसरे बेस्ट खिलाड़ी हैं।
कितनी रेटिंग मिली, दुनिया में नंबर.2
रवींद्र जडेजा को इस शोध में 97.3 एमवीपी रेटिंग मिली। उन्होंने 2012 से अब तक 49 टेस्ट मैचों में 1869 रन बनाए हैं जिस दौरान सिर्फ एक शतक आया। इसके अलावा उन्होंने 213 विकेट भी लिए हैं। पूरी दुनिया की बात की जाए तो वो इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं और सिर्फ श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीथरन से ही पीछे हैं।