- शोएब अख्तर ने सचिन तेंदुलकर के बारे में खुलकर बातचीत की
- पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने सचिन को विराट से ऊपर तरजीह दी
- अख्तर ने बताया कि अगर सचिन तेंदुलकर आज के जमाने में खेल रहे होते तो कितने रन बनाते
लाहौर: 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर रहे पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की पूर्व भारतीय खिलाड़ियों के साथ जितनी दोस्ती रही, उतनी ही मैदान पर कड़ी प्रतिद्वंद्विता भी थी। मैदान पर जिस एक खिलाड़ी से उनकी टक्कर सबसे ज्यादा चर्चा में रहा करती थी, वो थे महान पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर। अब शोएब अख्तर ने बताया है कि सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली में से बेहतर कौन है, और अगर सचिन तेंदुलकर आज खेल रहे होते तो कितने रन बनाते।
शोएब अख्तर ने कहा है कि सचिन तेंदुलकर और भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली की तुलना करना गलत होगा क्योंकि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के अभी तक के सबसे मुश्किल दौर में खेलते हुए बल्लेबाजी के कई रिकार्ड बनाए थे। बेशक विराट कोहली को आज सचिन का उत्तराधिकारी माना जाता है और विराट ने अपने आदर्श के कुछ रिकार्ड तोड़ भी दिए हैं लेकिन शोएब फिर भी सचिन के पक्ष में ही हैं।
सचिन आज होते तो कितने रन बनाते
विराट कोहली की महानता को मानते हुए अख्तर ने कहा है कि सचिन ने सबसे मुश्किल प्रतिद्वंदियों के सामने खेला है और इसिलए वो उनकी नजर में मौजूदा भारतीय कप्तान से आगे हैं। अख्तर ने हेलो एप पर बात करते हुए कहा, 'सचिन ने क्रिकेट के सबसे मुश्किल दौर में बल्लेबाजी की है। अगर उन्हें अब मौका मिलता तो वो 1.30 लाख रन बनाते। इसलिए सचिन और कोहली के बीच तुलना करना सही नहीं होगा। सचिन ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सभी प्रारूप मिलाकर कुल 34,357 रन बनाए थे। जबकि उन्होंने सबसे छोटे प्रारूप टी20 क्रिकेट का सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जिसमें उन्होने 10 रन बनाए थे।
2003 में चाहता था कि वो शतक पूरा करें
शोएब अख्तर ने इसके साथ ही 2003 के आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में हुए चर्चित भारत-पाकिस्तान मैच की बात भी की जहां सचिन शतक से चूक गए थे।शोएब अख्तर ने बताया कि वो 2003 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन को शतक पूरा करते हुए देखना चाहते थे। सचिन उस मैच में 98 रनों पर अख्तर के हाथों ही आउट हुए थे। सेंचुरियन में खेले गए इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया था। अख्तर ने कहा, 'मैं काफी दुखी था क्योंकि सचिन 98 रनों पर आउट हो गए थे। वह विशेष पारी थी। उन्हें शतक बनाना चाहिए था। मैं चाहता था कि वह शतक पूरा करें, उस बाउंसर पर मैं छक्का देखना पसंद करता जो उन्होंने मुझे पहले मारा था।