- रिषभ पंत क्रीज पर डटे तो स्टीव स्मिथ की गंदी हरकत कैमरे में कैद हुई
- स्मिथ ने क्रीज पर आकर बल्लेबाज का गार्ड बिगाड़ने की कोशिश की
- पंत ने 118 गेंदों में 12 चौके और तीन छक्के की मदद से 97 रन बनाए
सिडनी: ऑस्ट्रेलियाई टीम सिडनी में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच जीतने के लिए अपना सबकुछ झोंक रही है। मगर साथ ही वह 'गंदी हरकत' पर भी उतर आई क्योंकि पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ पांचवें दिन क्रीज पर कुछ बुरा काम करते हुए धराए। एक घटना का वीडियो सोमवार को सामने आया जब स्टीव स्मिथ स्टंप कैमरा में बल्लेबाज का गार्ड खराब करते हुए नजर आए। यह घटना पहले सत्र के ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान की है। स्मिथ ने पैर घिसकर बल्लेबाज का गार्ड बिगाड़ने की कोशिश की।
ड्रिंक्स ब्रेक के बाद रिषभ पंत को स्ट्राइक लेना थी और उन्हें दोबारा अपना गार्ड लेना पड़ा। स्टीव स्मिथ का यह स्वभाव फैंस को बिलकुल भी रास नहीं आया। सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रेमियों ने स्मिथ को जमकर लताड़ लगाई। बड़ी बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई फैंस ने भी अपनी टीम के नकारात्मक रवैये पर नाखुशी जताई। स्मिथ का चेहरा तो वीडियो में नजर नहीं आया, लेकिन फैंस ने उन्हें उनके जर्सी नंबर 49 से पहचाना।
स्टीव स्मिथ को इस घटना के बाद जन्मजात बेईमान, कभी नहीं सुधरने वाला क्रिकेटर कहा जा रहा है। कुछ लोगों ने 2018 सैंडपेपर स्कैंडल से तुलना की, जहां स्मिथ को कप्तानी से हाथ धोना पड़ा था और दो साल का प्रतिबंध भी झेलना पड़ा था।
देखिए सोशल मीडिया पर स्मिथ को कैसे लताड़ लगाई गई
पंत की आक्रामक पारी
वहीं रिषभ पंत (97) ने चेतेश्वर पुजारा (77) के साथ मिलकर मैच इस तरह पलटा कि भारतीय टीम मुकाबला ड्रॉ कराने की स्थिति में पहुंच गई है। चौथे दिन स्टंप्स के समय लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया आसानी से सिडनी टेस्ट अपने नाम कर लेगी। पांचवें व अंतिम दिन अजिंक्य रहाणे दूसरे ओवर में आउट होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद रिषभ पंत क्रीज पर आए। उन्हें पहले अपना समय लिया और फिर वो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हावी हो गए।
पंत ने पुजारा के साथ पांचवें विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी की और ऐसा समां बांध दिया कि भारतीय टीम ने मैच जीतने की आस जगा दी थी। हालांकि, पंत 118 गेंदों में 12 चौके और तीन छक्के की मदद से 97 रन बनाकर लियोन के शिकार बने। वहीं चेतेश्वर पुजारा को जोश हेजलवुड ने क्लीन बोल्ड किया। इसके बाद रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी ने मिलकर मुकाबला ड्रॉ कराने के लिए पूरा जोर लगाया।