- टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराया
- अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया के आखिरी दिन की योजना का खुलासा किया
- रहाणे ने हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की साझेदारी को विशेष श्रेय दिया
सिडनी: टीम इंडिया ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी चोटिल खिलाड़ियों की फौज के साथ ऐतिहासिक सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की। हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने 259 गेंदों में 62 रन की अविजित साझेदारी करके मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई। मैच के बाद भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पांचवें व आखिरी दिन की योजना के बारे में बड़ा खुलासा किया। रहाणे ने बताया कि सिडनी में आखिरी दिन टीम इंडिया क्या योजना लेकर मैदान पर उतरी थी।
भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने जख्मी शेरों के साथ मैच ड्रॉ कराने के बारे में बात करते हुए कहा, 'आज सुबह हमने बातचीत की थी कि अपना कैरेक्टर दिखाना है और अंत तक लड़ना है। हमने मैच के परिणाम के बारे में कुछ नहीं सोचा था। आज हमने जिस तरह खेला, उससे मैं बहुत खुश हूं। यही नहीं, हमने पूरे मैच में विशेषकर पहली पारी में जब ऑस्ट्रेलिया के 200 रन पर दो विकेट थे और फिर 338 रन पर ऑलआउट किया, वो शानदार था।'
रहाणे ने कहा कि टीम इंडिया को कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है, लेकिन साथ ही उन्होंने अपने दो खिलाड़ियों के समर्पण और प्रतिबद्धता की जमकर तारीफ की। भारतीय कप्तान ने कहा, 'कुछ क्षेत्र हैं, जिसमें हमें सुधार करना है, लेकिन विशेष उल्लेख विहारी और अश्विन के लिए है। जिस तरह दोनों ने अंत तक बल्लेबाजी की और कैरेक्टर दिखाया, वो देखना वाकई शानदार रहा।' बता दें कि हनुमा विहारी ने हैमस्ट्रिंग में चोट लगने के बावजूद तकरीबन साढ़े तीन घंटे क्रीज पर बिताए। वहीं रविचंद्रन अश्विन को पारी के दौरान बाउंसर पर चोट लगी, लेकिन उन्होंने जज्बा दिखाते हुए क्रीज पर अपने कदम जमाए रखे।
पंत ने बढ़िया खेल दिखाया
अजिंक्य रहाणे ने युवा रिषभ पंत को उनकी शानदार के लिए श्रेय दिया। पंत ने आक्रामक अंदाज अपनाते हुए 118 गेंदों में 12 चौके और तीन छक्के की मदद से 97 रन बनाए। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बना दिया था और एक समय ऐसा लगने लगा था मानो टीम इंडिया मैच जीतकर सीरीज में बढ़त बना लेगी। क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि पंत के आउट होने के बाद अगर हनुमा विहारी चोटिल नहीं होते तो शायद भारतीय टीम मैच जीतने के लिए खेलती।
23 साल के रिषभ पंत के बारे में बात करते हुए अजिंक्य रहाणे ने कहा, 'रिषभ पंत को शानदार पारी का श्रेय जाता है। हमने रणनीति तैयार की थी कि हनुमा विहारी से पहले पंत को भेजेंगे और यह सफल साबित हुई। यह खिलाड़ी पर भी निर्भर करता है कि वह किस तरह योजना का क्रियान्वयन करे। पंत ने बेहतरीन पारी खेली और मैच में टीम इंडिया की वापसी कराई।'
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने सिडनी में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। मेजबान टीम की पहली पारी 338 रन पर ऑलआउट हुई थी। जवाब में भारत की पहली पारी 244 रन पर ढेर हो गई थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 94 रन की बढ़त मिली थी। फिर कंगारू टीम ने अपनी दूसरी पारी 312/6 के स्कोर पर घोषित की और भारत के सामने 407 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने पांचवें दिन 131 ओवर में 5 विकेट खोकर 334 रन बनाए।
हनुमा विहारी (161 गेंदों में नाबाद 23 रन) और रविचंद्रन अश्विन (128 गेंदों में नाबाद 39 रन) क्रीज पर डटे रहे। बता दें कि दिन का खेल समाप्त होने में एक ओवर बाकी था जब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने बल्लेबाजों से हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ पर मुहर लगाई।