- यूपीसीए की सुरेश रैना के नाम पर करने की है ग्रीन पार्क स्टेडियम का नाम करने की योजना
- यूपी सरकार के पास भेजा गया है इस संबंध में प्रस्ताव
- डेढ़ साल से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलते नहीं नजर आए हैं रैना, 15 अगस्त को किया था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान
कानपुर: पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुरेश रैना ने अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान पूरी दुनिया में सफलता का परचम लहराया। उन्होंने इस दौरान देश को गौरव के बहुत से पल भी दिए। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और शानदार फील्डिंग के लिए जाने जाने वाले रैना ने मैदान में कई ऐसे कारनामे किए जो कि उनसे पहले और कोई कोई भारतीय बल्लेबाज नहीं कर सका। वो तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे।
रैना साल 2011 में विश्व कप जीतने वाले भारतीय टीम के अहम सदस्य थे। उन्होंने अपने करियर में 226 वनडे और 19 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 768 और 5615 रन बनाए। वहीं 78 टी20 मैचों में उन्होंने टीम इंडिया के लिए एक शतक सहित कुल 1605 रन का योगदान दिया। इसी साल कोरोना संकट के बीच 15 अगस्त के दिन उन्होंने एमएस धोनी के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
रैना के नाम पर पवेलियन का होगा नाम
घरेलू क्रिकेट में रैना ने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। ऐसे में अब उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन इस शानदार खिलाड़ी के शानदार करियर को मान्यता देने के लिए कानपुर के ऐतिहासिक ग्रीन पार्क स्टेडियम के पवेलियन का नाम रैना के नाम पर करने की योजना बना रहा है। इस संबंध में एक प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार के पास भेजा गया है जिसके पास स्टेडियम का मलिकाना हक है और अब उन्हें इस संबंध में सरकार के जवाब का इंतजार है।
आईपीएल 2020 से वापस लौट आए थे रैना
रैना इस बार आईपीएल 2020 के आगाज से पहले व्यक्तिगत कारणों का हवाला देकर दुबई से स्वेदश वापस लौट आए थे। ऐसे में 34 वर्षीय रैना दोबारा से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलते हुए जनवरी में नजर आएंगे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश की संभावित टीम में शामिल किया गया है। वो टीम इंडिया के लिए आखिरी बार साल 2018 में खेलते नजर आए थे। साल 2019 में वो मुंबई इंडियन्स के खिलाफ आईपीएल फाइनल में खेलते दिखे थे।