नई दिल्ली: भारतीय कप्तान विराट कोहली की कप्तानी को लेकर हाल में कई भारतीय दिग्गजों ने भी सवाल उठाए हैं और इनमें पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भी प्रमुख रूप से शामिल रहे हैं। लक्ष्मण का मानना है कि विराट कोहली बेशक अपने साथियों के लिये आदर्श ‘रोल मॉडल’ हैं लेकिन उनकी कप्तानी में अब भी सुधार की गुंजाइश है। लक्ष्मण ने कहा कि जहां तक अपने कार्य के प्रति समर्पण की बात है तो कोहली ने उदाहरण बनकर नेतृत्व किया है लेकिन लक्ष्मण दो चीजों को लेकर विराट की आलोचना कर रहे हैं। पहली चीज कि वो फील्डिंग सजाने में थोड़ा रक्षात्मक रहते हैं और दूसरी चीज कि टीम में भी लगातार बदलाव करते रहते हैं।
लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्य ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘‘मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि जब वह मैदान पर होते हैं तो पूरी तरह खेल में डूब जाते हैं और उनके हाव भाव से भी इसका पता चलता है फिर चाहे वह बल्लेबाजी हो या क्षेत्ररक्षण। वह उदाहरण बनकर नेतृत्व करते हैं और इससे अन्य खिलाड़ियों पर भी बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे उनके सभी साथी प्रेरित होते हैं और इसलिए वह कप्तान के तौर पर आदर्श ‘रोल मॉडल’ हैं। जहां तक कप्तानी की बात है तो उसमें अब भी कुछ सुधार की जरूरत है। मेरा मानना है कि विराट कोहली सुधार कर सकते हैं।’’
खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना और फील्डिंग सजाने में रक्षात्मक
लक्ष्मण ने कहा कि कोहली के कप्तान बनने के बाद लगातार प्रयोग किये गये हैं जिससे खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना पैदा होती है। कोहली ने 2014 में टेस्ट कप्तानी संभाली थी और 2017 से वह सीमित ओवरों की टीम के भी कप्तान है। लक्ष्मण ने कहा, ‘‘कुछ अवसरों पर मुझे लगता है कि वह थोड़ा रक्षात्मक हो जाता है विशेषकर फील्डिंग सजाने में।’’
लक्ष्मण ने कहा, ‘‘दूसरी चीज अंतिम एकादश में लगातार बदलाव करना है। अपने अनुभव से मैं कह सकता हूं कि कोई भी खिलाड़ी चाहे वह नया हो या अनुभवी वह स्थिरता, सुरक्षा चाहता है जिससे वह टीम के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान दे सके। इस क्षेत्र में विराट को निश्चित तौर पर सुधार करने की जरूरत है।’’
हाल ही में जमकर तारीफ भी की थी
वैसे हाल में वनडे और टी20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन के बाद लक्ष्मण ने विराट कोहली की खूब तारीफ भी की थी। उन्होंने कहा था कि, "हां, मुझे लगता है कि जिस तरह से व प्रत्येक सीरीज में खेले हैं और जिस तरह की तीव्रता के साथ उन्होंने प्रत्येक दिन रन बनाए हैं, वह अविश्वसनीय है, क्योंकि किसी समय मैंने सोचा था कि विराट के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती होगी और वो समय पर जल जाएंगे। लेकिन एक बार भी हमने ये नहीं देखा कि जब विराट मैदान पर होते हैं तो उनकी ऊर्जा कम होती है, चाहे वो बल्लेबाजी हो या फिर फील्डिंग कर रहे हों।"