- पाकिस्तान-दक्षिण अफ्रीका वनडे सीरीज
- फखर जमान रन आउट मामले में अब तबरेज शम्सी भी बोले
- शम्सी ने बताया कि आखिर मैच में गलती किसकी थी
नई दिल्लीः दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच में फखर जमान (Fakhar Zaman) 193 रन बनाने के बाद जिस तरह रन आउट हुए वो पूरे क्रिकेट जगत में चर्चा विषय बन गया। जब फखर जमान रन पूरा कर रहे थे, तभी दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) ने फील्डर की ओर इशारा करके उनको चकमा दिया, जैसे ही फखर जमान पीछे मुड़कर देखने लगे, पहले से गेंद हाथ में रखे क्विंटन ने उनको रन आउट कर दिया। इस विवादित विकेट पर सबकी अपनी-अपनी राय है। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर तबरेज शम्सी (Tabraiz Shamsi) ने उनके क्विंटन के समर्थन में उतरते हुए बताया है कि आखिर ऐसा उन्होंने क्यों किया था।
एक तरफ जहां शोएब अख्तर और वकार यूनिस जैसे पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने इसे फेक रन-आउट कहते हुए नियमों के बारे में पूछा। वहीं क्रिकेट नियमों के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने इस फैसले को अंपायरों के ऊपर छोड़ दिया। इस बीच फैंस इसी असमंजस में रह कि आखिर क्विंटन डी कॉक ने ऐसा किया क्यों? क्या ये खेल भावना के खिलाफ था?
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर तबरेज शम्सी इस विवादित रन आउट मामले में क्विंटन डी कॉक के बचाव में उतरे और बताया कि आखिर हुआ क्या था। तबरेज ने अपने ट्वीट में लिखा, "बस साफ करना चाहता हूं। QDK (क्विंटन डी कॉक) ना तो बल्लेबाज से बात कर रहे थे और ना उनकी ओर इशारा कर रहे थे। वो बस फील्डर से कह रहे थे कि वो नॉन स्ट्राइकर एंड को कवर करे। ये क्विंटन की गलती नहीं है कि बल्लेबाज पीछे मुड़कर देखने लगा जबकि उसका काम था रन पूरा करना, जो उसको करना चाहिए था। ये नफरत फैलाना रोको और QDK को अकेला छोड़ दो।"
इसके बाद तबरेज ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, "हमे उसकी (फखर जमान) शानदार पारी से ध्यान नहीं हटाना चाहिए जो उसने खेली है। हमको उसे उसका श्रेय देना चाहिए। बस इतना ही है कि बल्लेबाज को वहां पर अपना रन पूरा करना चाहिए था, और कुछ नहीं।"
खैर, अब जो हो गया सो हो गया, बस बल्लेबाज के करियर में ऐसे मौके रोज नहीं आते जब वो वनडे दोहरे शतक के करीब पहुंचे। फखर जमान पाकिस्तान की तरफ से इतिहास रचने से बस 7 रन दूर थे और वो इस सफलता को अपने नाम नहीं कर सके।
बेशक फखर जमान को ये विकेट हमेशा खलेगा लेकिन खुद इस बल्लेबाज ने मैच के बाद साफ किया कि वो क्विंटन डी कॉक की गलती नहीं थी, बल्कि उनकी खुद की गलती थी। उनका भी यही मानना था कि उन्हें रन पूरा करने पर ध्यान देना चाहिए था।