- विराट कोहली ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान पूरी की अनचाही हैट्रिक
- एडिलेड में शर्मनाक हार के साथ खत्म हुआ टॉस के साथ रोचक सिलसिला
- साल 2020 कई मायनों में विराट कोहली के लिए नहीं साबित हुआ अच्छा
एडिलेड: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के एडिलेड टेस्ट में जीत के बाद खुशी-खुशी स्वदेश वापसी के अरमानों पर शनिवार को पानी फिर गया। शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 191 रन पर ढेर करके टीम इंडिया ने 53 रन की बढ़त हासिल कर ली थी। तब किसी ने ऐसा नहीं सोचा था कि अगले दिन दूसरे सत्र के खत्म होने से पहले मैच का नतीजा निकल आएगा और मैच ऑस्ट्रेलिया के पाले में जाएगा। लेकिन पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की करिश्माई गेंदबाजी की बदौलत कंगारूओं ने ऐसा कर दिखाया।
पहली बार बतौर कप्तान पूरी की टेस्ट में हार की हैट्रिक
टीम इंडिया की पहले टेस्ट में 8 विकेट से हार के साथ विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में हार की हैट्रिक पूरी कर ली। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में लगातार तीन मैच में हार का सामना किया है। इससे पहले साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज में भारत को 0-2 के अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा था। इसके बाद एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का पहला टेस्ट भी टीम इंडिया ने गंवा दिया और विराट ने टेस्ट कप्तानी में हार की हैट्रिक पूरी की।
टॉस जीतकर पहली बार मिली हार
इसके अलावा विराट के कप्तानी करियर में चल रहा टॉस के साथ मैच जीतने का सिलसिला भी समाप्त हो गया। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने एडिलेड टेस्ट से पहले जितनी बार भी टॉस जीता था उन सभी मैचों में भारत विजयी रहा था लेकिन ये सिलसिला शनिवार को खत्म हो गया। इस बार टॉस जीतने वाली टीम इंडिया मैच अपने नाम नहीं कर सकी। इस मैच से पहले विराट ने 25 मैच में टॉस जीता था जिसमें से 21 बार जीत उनके हाथ लगी और चार मैच ड्रॉ समाप्त हुए।
साल 2020 में विराट नहीं जड़ सके शतक
विराट कोहली साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक भी शतक अपने नाम नहीं कर सके। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में वो शतक से 11 रन के अंतर से चूक गए थे और एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में 74 रन बनाकर रन आउट हो गए और शतक से चूक गए और इस बार अंतरराष्ट्रीय करियर में वो कोई शतक नहीं जड़ सके। आईपीएल 2020 में भी वो एक बार भी तीन अंक के आकड़े से नहीं पहुंच सके।