- वसीम अकरम ने दूसरी हैट्रिक लेकर पाकिस्तान को बनाया चैंपियन
- अकरम ने मर्व ह्यूज, कार्ल रैकमैन और टैरी एल्डरमैन को अपना शिकार बनाया
- पाकिस्तान ने शारजाह में खेले गए फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराया
शारजाह: पाकिस्तान की टीम लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रल-एशिया कप के फाइनल में पहुंची थी। यह टूर्नामेंट का दूसरा एडिशन भी था। क्रिकेट फैंस के लिए पहले एडिशन का फाइनल भूलना मुश्किल हो रहा था। भूलते भी कैसे, पाकिस्तान के जावेद मियांदाद ने भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर छक्का जमाकर पाकिस्तान को चैंपियन जो बनाया था। हालांकि, दूसरा टूर्नामेंट पाकिस्तानी तेज गेंदबाजी जोड़ी- वसीम अकरम और वकार यूनिस के नाम रहा।
पाकिस्तान ने ग्रुप स्टेज में आसान जीत दर्ज की और फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को बुरी तरह धोया। वकार के पांच विकेट की बदौलत पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को केवल 74 रन पर ऑलआउट कर दिया था। अगर सेमीफाइनल में वकार यूनिस चमके तो आज के दिन 30 साल पहले खेले गए फाइनल मुकाबले में अकरम ने अपनी चमक बिखेरी।
अकरम का पहले बल्ले से धमाल
4 मई 1990 को शारजाह में खेले गए फाइनल मैच में इमरान खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। एलेन बॉर्डर की ऑस्ट्रेलियाई टीम का दबदबा था क्योंकि वह पिछले 10 मैच लगातार जीत चुकी थी। मैदान पर पाकिस्तानी फैंस का जोश देखते ही बन रहा था। बाएं हाथ के ओपनर सईद अनवर (40) और मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज सलीम मलिक (87) ने टीम के लिए अच्छा योगदान दिया। मगर पाकिस्तान की टीम अचानक मुश्किल में फंस गई जब तेज गेंदबाज कार्ल रैकमैन ने तीन महत्वपूर्ण विकेट लेकर मेजबान टीम का स्कोर 179/6 कर दिया।
फिर वसीम अकरम ने 35 गेंदों में एक चौके और तीन छक्के की मदद से नाबाद 49 रन की पारी खेलकर पाकिस्तान को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अकरम ने मुश्ताक अहमद के साथ आठवें विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी की और पाकिस्तान ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 266 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया की दमदार शुरुआत
पाकिस्तान ने अच्छा स्कोर बनाया, लेकिन उसके सामने ऑस्ट्रेलिया के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को रोकने की बड़ी चुनौती थी। ओपनर्स डेविड बून और मार्क टेलर ने पहले विकेट के लिए 62 रन जोड़े। हालांकि, तीन विकेट जल्दी गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया की लय बिगड़ी और उसका स्कोर 64/3 हो गया। फॉर्म में चल रहे वकार यूनिस ने दो ओवर में दो विकेट चटकाए और डीन जोंस व एलेन बॉर्डर को पवेलियन लौटाया। लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद ने कंगारू टीम के मिडिल ऑर्डर को उड़ाया और उसका स्कोर 207/7 कर दिया। मेहमान टीम को जीत के लिए 59 रन की दरकार थी।
वो दूसरी हैट्रिक
ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर इयान हीली और मर्व ह्यूज ने 23 रन की साझेदारी करते हुए जीत की उम्मीदें बरकरार रखीं। ऑस्ट्रेलिया की कोशिश पाकिस्तान की नाक के नीचे से जीत छीनने की थी क्योंकि उसे जीत के लिए 33 रन की जरूरत थी। अकरम अपने कोटे का 9वां ओवर करने आए। उन्हें मैच में एक भी सफलता नहीं मिली थी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने राउंड द विकेट आकर गेंदबाजी की और मर्व ह्यूज को क्लीन बोल्ड कर दिया। गेंद ऑफ स्टंप पर जाकर लगी। अकरम ने अगली गेंद फिर एंगल बनाकर अंदर की तरफ डाली, जिस पर कार्ल रैकरमैन बोल्ड हो गए।
अब अकरम के पास हैट्रिक लेने का मौका था। टैरी एल्डरमैन स्ट्राइक पर थे। अकरम ने घातक फुल लेंथ गेंद डालने की कोशिश की। एल्डरमैन ने रूम बनाकर शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन गेंद से उनके बल्ले का संपर्क नहीं बना और लेग स्टंप उड़ता हुआ पीछे गया। अकरम ने 6 महीने के भीतर दूसरी वनडे हैट्रिक पूरी की। इससे पहले शारजाह में ही चैंपियंस ट्रॉफी में वेस्टइंडीज के खिलाफ अकरम ने अपनी पहली हैट्रिक ली थी। अकरम की हैट्रिक की बदौलत पाकिस्तान ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 33 रन से मात देकर उसके अजेय रहने के घमंड को तोड़ा।