- भारतीय टीम ने विराट कोहली की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में किया है शानदार प्रदर्शन
- विदेशी सरजमीं पर छाप नहीं छोड़ पाई है विराट सेना
- केवल ऑस्ट्रेलिया में ही जीत सकी है टेस्ट सीरीज, न्यूजीलैंड में हुआ था हाल बेहाल
कोलकाता: भारतीय क्रिकेट टीम ने विराट कोहली की कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन किया है। विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की जोड़ी हालांकि कोई बड़ा खिताब तो नहीं जीत सकी है लेकिन टीम इंडिया सीमित ओवरों के आईसीसी टूर्नामेंट्स के सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंचने में सफल रही है।
वहीं दूसरी ओर टेस्ट क्रिकेट में भी टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है लेकिन विदेशी सरजमीं पर जीत हासिल करना टीम के लिए भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीत के अलावा भारतीय टीम को इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड और द. अफ्रीका में टीम इंडिया एक-एक टेस्ट जीतने में सफल रही लेकिन न्यूजीलैंड में उसका सूपड़ा साफ हो गया।
ऐसे में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि न्यूजीलैंड में टेस्ट और वनडे सीरीज में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर वह टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली से बात करेंगे। टीम को विदेशी सरजमीं पर जरूरत है और साथ ही कहा कि खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करें इसके लिए जरूरी है कि उन्हें समय दिया जाए।
विदेश में प्रदर्शन के आधार होती है परख
गांगुली ने कहा, 'आपको बाहर अच्छा खेलना होगा और वह इस समय ऐसा नहीं कर रहे हैं। इसमें कोई छुपाने वाली बात नहीं है। जब हम बाहर खेलते थे, जब मैं कप्तान था, मैंने कहा था कि मैं सिर्फ इस बात पर परखा जाऊंगा कि हम बाहर कितना अच्छा खेलते हैं और यह अभी तक समान ही है। मैं विराट और रवि से बात करूंगा और खिलाड़ियों से भी और जो मदद हो सकती है करूंगा।'
गांगुली से जब पूछा गया कि खिलाड़ियों को टीम में अपनी जगह को लेकर असुरक्षा की भावना है तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि बीते चार महीनों में यह बदली है। आप देख सकते हैं कि लोकेश राहुल दोनों प्रारूप खेले। मोहम्मद शमी ने तीनों प्रारूपों में वापसी कर ली है। रवींद्र जडेजा हर प्रारूप खेल रहे हैं। रोहित भी सभी प्रारूप खेल रहे हैं। निरंतरता जरूरी है।
भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी लीग में खेलने पर हो रही है चर्चा
गांगुली ने भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी लीगों में खेलने की बात पर भी चर्चा की और कहा कि इस बात पर बोर्ड चर्चा कर रहा है। हाल ही में स्पिनर प्रवीण ताम्बे ने कैरीबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) की टीम त्रिनिबागो नाइट राइडर्स के साथ करार किया है।
गांगुली ने कहा, हमने कुछ खिलाड़ियों को मंजूरी दी है। युवराज पिछले साल खेले थे। यह ऐसी चीज है जिस पर हमें चर्चा करनी होगी। हमें प्रैक्टिकल होना होगा, लेकिन हमें साथ ही आईपीएल को लेकर भी सोचना होगा। हमें संतुलन बनाना होगा। लेकिन अगर आप संन्यास ले चुके हो तो आपको खेलने को नहीं मिलता है। यह मेरे साथ हुआ था। मैं सिर्फ आईपीएल खेल रहा था और मुझे बिग बैश लीग, इंग्लैंड, बांग्लादेश से प्रस्ताव मिल रहे थे। मैंने सोचा था कि मैं जाकर दो साल खेलूंगा लेकिन मुझे मंजूरी नहीं दी गई। लेकिन तब से 2010 से ब्रांड बढ़ रहा है। इस खेल ने मुझे सबकुछ दिया है। मैंने कहा ठीक है अगर यही है तो मैं आईपीएल में ही रहूंगा। इसलिए मैं नहीं खेला।