- मोहम्मद आमिर ने बताया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद क्या है उनका प्लान
- क्या कोचिंग में हाथ आजमाएंगे आमिर, या टी20 लीग्स में लहराएंगे परचम
- कहा मेरे अंदर 4-5 साल की क्रिकेट है बाकी
लाहौर: हाल ही में पीसीबी से नाराज होकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले पाकिस्तान के बांए हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ही नेट्स पर लौट आए हैं। इतने कम उम्र में संन्यास लेने के बाद उनके क्रिकेट में भविष्य को लेकर कई तरह की कवायद चल रही हैं। ऐसे में उन सभी सवालों का आमिर ने पाकिस्तान के एक यूट्यूब चैनल पर बड़ी ही साफगोई से जवाब दिया है।
खेलते रहेंगे राष्ट्रीय और लीग क्रिकेट
उनसे जब फ्यूचर प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट भले ही छोड़ दी है लेकिन सामान्य क्रिकेट तो खेलता रहूंगा। क्रिकेट हमारा पैशन है वो इतनी आसानी ने नहीं खत्म होगा।' आमिर ने बताया की वो नेशनल क्रिकेट खेलते रहेंगे और लाहौर की एक क्रिकेट अकादमी से वो बतौर कोच जुड़ेंगे इसके अलावा दुनियाभर की विभिन्न क्रिकेट लीग में खेलेंगे। बतौर मुसलमान हमने सीखा है कि हमारे पास जो हुनर है उसे फैलाना चाहिए।
बतौर कोच कैसे करेंगे काम
बतौर कोच आमिर कैसे साबित होंगे इसते जवाब में उन्होंने कहा, हर खिलाड़ी का माइंडसेट अलग होता है। प्लेयर को मैनेज करना एक आर्ट है और वो हर किसी के हाथ में नहीं होता। कोच बनना भी माइंडसेट की बात है जब आप कोचिंग सिस्टम में आते हैं मैनेजमेंट सिस्टम में आते हैं तो आपको यही सीखना होता है कि प्लेयर से आपको काम कैसे लेना है। कुछ खिलाड़ी होते हैं जिन्हें प्यार की जुबान समझ में आती है कुछ थोड़ी हार्ड लैग्वेंज समझते हैं।
प्लान बी पर काम करना बेहतर समझा
उन्होंने कहा 'मुझे पीसीबी से कोई परेशानी नहीं थी। बॉलिंग कोच और कोच मेरी परेशानी का कारण थे इनके कारण ही मुझे संन्यास का फैसला लेना पड़ा। क्रिकेट हमारी रोजी रोटी है। मैं 28-29 साल का हो चुका हूं। एक फास्ट बॉलर की उम्र 33-34 साल होती है। अगर मैं उनकी स्कीम में फिट नहीं हूं तो मुझे अपना प्लान बी भी देखना होता है। इसलिए मैंने अपना समय बर्बाद करने से बेहतर जल्दी से प्लान बी पर अमल करना शुरू कर दिया। मुझे वो बेहतर लगा। मेरी किसी से लड़ाई नहीं है लेकिन मुझे लोगों को बताना चाहिए था कि मैं क्यों अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से किनारा कर रहा हूं।'