- युवराज सिंह ने बताया था कि आशीष नेहरा सबसे ईमानदार व्यक्ति हैं
- सौरव गांगुली ने नेहरा को लगातार बात करने के लिए पोपट नाम दिया था
- युवराज सिंह ने बताया कि नेहरा एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो पानी के अंदर भी बात कर सकते हैं
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की महामारी के कारण इस समय सभी खेल स्पर्धाएं रद्द या फिर स्थगित हैं। क्रिकेट जगत पर भी इसका बड़ा असर पड़ा है और दुनिया की सबसे आकर्षक टी20 लीग आईपीएल भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। इस जानलेवा वायरस से बचने के लिए लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है। बहरहाल, लॉकडाउन में हम आपको भारतीय टीम के अंदर की ऐसी बातें बता रहे हैं, जो कम ही लोग जानते हैं। टीम इंडिया में एक ऐसा क्रिकेटर है, जो पानी के अंदर भी बात कर सकता है। इस क्रिकेटर की हर कोई तारीफ करता है और इन्हें मस्तमौला की उपाधि मिली हुई है। चलिए आपको इस क्रिकेटर के बारे में रोचक बातें बताते हैं।
टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने इस शख्स के बारे में खुलासा किया था, जो पानी के अंदर भी बात कर सकता है। यह कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज हैं आशीष नेहरा। नेहरा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कहा था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 1 नवंबर 2017 को अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। नेहरा की विदाई पर युवराज ने एक भावुक पोस्ट लिखा था, जिसमें उन्होंने तेज गेंदबाज के बारे में कई खुलासे भी किए थे।
युवराज ने खोली पोल
युवराज सिंह ने आशीष नेहरा से जुड़ी पुरानी यादें साझा की। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर नेहराज के साथ यादों के पिटारे को खोलते हुए राज खोलना शुरू किए। युवी ने लिखा, 'सबसे पहली बात जो मैं अपने दोस्त आशू के बारे में कहना चाहता हूं कि वह बहुत ईमानदार व्यक्ति है। वो दिल का बहुत साफ आदमी है। सिर्फ पवित्र किताब ही उनसे ईमानदार हो सकती है। मुझे पता है कि यह पढ़ने के बाद कई लोगों के जबड़े गिर रहे होंगे और कई लोगों की आंखें खुली की खुली रह गई होंगी। सेलिब्रिटीज के बारे में आकलन करने के कई मानदंड होते हैं लेकिन आशु बेबाक सच बोलता था और इसका उसने खामियाजा भी भुगता। मेरे लिए वह हमेशा आशु या नेहरा जी रहेगा जो दिलचस्प, ईमानदार और टीम भावना से भरा हुआ है।'
पोपट नाम रखा
युवी ने लिखा, 'सौरव गांगुली ने आशू का नाम पोपट रखा था क्योंकि वह बहुत बातें करता था। मेरा मतलब है कि वह पानी के अंदर भी बात कर सकता है। इसके साथ ही वह मजाकिया भी है। मेरे लिए उसको कुछ बोलने की जरुरत भी नहीं है। उसके शरीर में कुछ ऐसा है, जिसे देखकर आप हंसने लगेंगे। अगर आप आशीष नेहरा के साथ हो तो आप का दिन खराब नहीं जा सकता। कोई चांस ही नहीं। वो बंदा आपको हंसा-हंसा के गिरा देगा।'
पहली मुलाकात
युवराज ने इसी पोस्ट के दौरान आशीष नेहरा के साथ अपनी पहली मुलाकात का राज भी खोला था। उन्होंने लिखा था, 'मैं पहली बार आशीष से अंडर-19 के दिनों में मिला था। उसका भारतीय टीम में चयन हो गया था। वह हरभजन सिंह के साथ रूम शेयर कर रहा था। मैं भज्जी से मिलने गया तो इस लंबे और दुबले व्यक्ति को देखने लगा, जो ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। वह ऐसा लग रहा था कि मानो किसी गर्म टिन की छत पर बिल्ली खड़ी हो। वह एक पल बैठे और अचानक दूसरे पल स्ट्रेचिंग करने लग जाए। वह अपना मुंह हिलाएं और आंखें घुमाएं। उसे देखकर मुझे बहुत मजा आया और मुझे लगा कि उसकी पैंट में किसी ने चींटी छोड़ दी है। बाद में मुझे एहसास हुआ कि आशू जैसा बंदा जो ठीक से खड़ा भी नहीं हो सकता। चींटी के जैसे अपने खेल पर कड़ी मेहनत करके यहां पहुंचा।'
युवराज ने लिखा , '2011 विश्व कप में मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल के दौरान वह ड्रिंक्स, टावेल वगैरह का इंतजाम कराता। बाहर वालों को यह गैर जरुरी बात लगेगी, लेकिन टीम खेल में जब सीनियर खिलाड़ी इस तरह मदद करता है तो बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने आखिर में लिखा, 'मेरे लिए यह जज्बाती पल है और उसके तथा उसके परिवार के लिए भी। मैं क्रिकेट का शुक्रगुजार हूं कि मुझे ऐसा सच्चा दोस्त दिया।'