नई दिल्ली: भारत के सीमित ओवरों के स्पिन गेंदबाज युजवेन्द्र चहल ने कहा कि करिश्माई विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी के संन्यास में कोविड-19 की भी भूमिका रही। उन्होंने कहा कि अगर महामारी के कारण टी20 विश्व कप नहीं टलता तो यह पूर्व कप्तान उसमें खेल सकता था। धोनी क्रिकेट जगत में इकलौते कप्तान है जिन्होंने आईसीसी की सभी ट्राफियां जीती है। उन्होंने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
धोनी ने एकदिवसीय में अपना आखिरी मैच पिछले साल जुलाई में विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले विश्व कप में वह खेल सकते हैं लेकिन इस वैश्विक महामारी के कारण इस टूर्नामेंट को 2022 तक टाल दिया गया।
धोनी के संन्यास में कोरोना का हाथ
चहल ने न्यूज18 इंडिया के विशेष कार्यक्रम चौपाल में कहा, ‘‘धोनी के संन्यास में कोरोना (वायरस) का भी हाथ है, अगर ऐसी स्थिति नहीं होती तो वह विश्व कप (टी20) भी खेलते।’’ चहल ने कहा कि धोनी अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल सकते थे। हरियाणा के इस 30 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा , ‘‘मैं अब भी चाहता हूं कि वह खेले।’’
धोनी के कारण मुझे और कुलदीप को सफलता मिली
भारत के लिए 52 वनडे और 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले चहल ने कहा, ‘‘धोनी के कारण मुझे और कुलदीप यादव को सफलता मिली। विकेट के पीछे से वह हमारी काफी मदद करते थे। अगर धोनी रहते है तो मेरा 50 प्रतिशत काम खुद ही हो जाता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘धोनी को पहली गेंद से पहले ही पिच के बारे में पता रहता था। जब धोनी नहीं रहते है तो हमें पिच की प्रकृति को समझने में दो ओवर लग जाते हैं।’’