- ड्वेन ब्रावो ग्रोइन चोट के कारण आईपीएल 2020 से बाहर हुए
- सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथन ने इसकी पुष्टि की
- सीएसके की टीम आईपीएल 2020 की अंक तालिका में आखिरी स्थान पर है
नई दिल्ली: चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चिंता कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ग्रोइन चोट के कारण आईपीएल 2020 से बाहर हो गए हैं। ब्रावो की चोट सीएसके के लिए बहुत बड़ा झटका है, जो प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए कड़ा संघर्ष कर रही है। अगर सीएसके प्लेऑफ में नहीं पहुंची तो यह आईपीएल इतिहास का पहला मौका होगा, जब चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम का सफर लीग चरण में ही समाप्त हो जाएगा।
चेन्नई सुपरकिंग्स के सीईओ काशी विश्वनाथन ने एएनआई से कहा, 'नहीं, ड्वेन ब्रावो अब इस आईपीएल में एक भी मैच नहीं खेलेंगे। ग्रोइन चोट के कारण वो बाहर हो गए हैं। वह एक या दो दिन में स्वदेश लौट जाएंगे।' ब्रावो को हाल ही में संपन्न कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) में चोट लगी थी और वह आईपीएल 2020 में सीएसके के लिए शुरूआती कुछ मैचों में नहीं खेल पाए थे। इतने सालों में सीएसके के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक ब्रावो ने इस साल 6 मैच खेले और 6 विकेट झटके।
सीएसके ने भी माना कि खल रही है रैना की कमी
इस सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स के अधिकांश खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं। येलो आर्मी टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर पहुंच गई है। मौजूदा टूर्नामेंट से पहले सीएसके ने 2018 में वापसी करने के बाद खिताब जीता था जबकि 2019 का फाइनल भी खेला था। इस बार भी चेन्नई सुपरकिंग्स से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वो ऐसा करने में सफल नहीं रही।
फ्रेंचाइजी को पहले ही सुरेश रैना और हरभजन सिंह के नहीं खेलने से तगड़े झटके लग चुके हैं। दोनों खिलाड़ियों ने निजी कारणों का हवाला देकर इस साल आईपीएल से अपना नाम वापस ले लिया था। चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज सुरेश रैना पहले टीम के साथ यूएई गए थे, लेकिन वो फिर वहां से लौट आए। वहीं हरभजन सिंह ने आखिरी पल में अपना नाम वापस लिया।
सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथन ने भी स्वीकार किया कि फ्रेंचाइजी को अपने दोनों दिग्गज खिलाड़ियों की कमी निश्चित ही खल रही है। उन्होंने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं कि सुरेश रैना और हरभजन सिंह सीएसके के दो प्रमुख खिलाड़ी हैं और टीम को इनकी कमी खल रही है। मगर आपको निजी फैसलों की इज्जत करना होती है और हम इसी तरह काम करते हैं, फिर चाहे वो सीनियर खिलाड़ी हो या जूनियर।'