- आखिरी ओवर में जीत के लिए दिल्ली को चाहिए थे 17 रन
- चेन्नई के पास गेंदबाजी कराने के लिए थे ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा और कर्ण शर्मा के रूप में तीन विकल्प
- मैच के बाद धोनी ने बताया उन्होंने अंतिम ओवर में क्यो कराई जडेजा से गेंदबाजी
शारजाह: आईपीएल 2020 में महेंद्र सिंह धोनी को शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ शारजाह में खेले गए रोमांचक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। जीत के लिए 180 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स को जीत के लिए आखिरी ओवर में 17 रन की दरकार थी। 19वें ओवर में शानदार गेंदबाजी करके सैम कुरैन ने सीएसके के पक्ष में हालात को कर दिया था।
कप्तान धोनी के पास आखिरी ओवर में गेंदबाजी करना के लिए ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, कर्ण शर्मा के रूप में तीन विकल्प थे। लेकिन धोनी ने डेथ ओवर्स में ट्रंप कार्ड माने जाने वाले ड्वेन ब्रावो की जगह गेंद रवींद्र जडेजा के हाथों में थमा थी। जिनका सामना बांए हाथ के दो बल्लेबाजों शिखर धवन और अक्षर पटेल से होने वाला था। लेकिन धोनी का ये दांव आखिरी ओवर में बेकार चला गया और अक्षर पटेल ने जडेजा की गेंदबाजी का कचूमर निकाल दिया और जडेजा की चार गेंद में तीन छक्के जड़ दिए और एक बार फिर दिल्ली की लाज बचा ली। अक्षर पटेल अंत में 5 गेंद में 21 रन बनाकर और शिखर धवन 101* रन बनाकर नाबाद रहे।
इसलिए जडेजा के हाथ में थमाई गेंद
मैच के बाद प्रेजेंटेशन के दौरान धोनी का सामना उसी सवाल से हुआ जो दुनियाभर के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के मन में उठ रहा था कि उन्होंने जडेजा की जगह ब्रावो से आखिरी ओवर में गेंदबाजी क्यों नहीं करवाई। इस सवाल का जवाब देते हुए धोनी ने कहा, ब्रावो फिट नहीं थे, वो मैदान से बाहर गए तो फिर वापस नहीं लौटे। हमारे पास जड्डू(रवींद्र जडेजा) और कर्ण शर्मा दो ही विकल्प थे और मैं जड्डू के साथ गया।'
शिखर के कैच छोड़ना पड़ा भारी
अपनी टीम की खराब फील्डिंग पर टिप्पणी करते हुए धोनी ने कहा, शिखर धवन का विकेट महत्वपूर्ण था लेकिन हमने कई बार उनके कैच टपकाए। शिखर जब बल्लेबाजी करते हैं तो स्ट्राइक रेट को हमेशा ऊंचा रखते हैं। इसके अलावा दूसरी पारी में विकेट अच्छा खेला लेकिन हम शिखर से भी श्रेय नहीं छीन सकते। मैदान पर ज्यादा ओस नहीं थी लेकिन इतनी थी जो पिच के बेहतर होने में मददगार साबित हुई इसने मैच में बड़ा अंतर पैदा किया। पहले बैटिंग करते समय 10 रन कम हो गए और दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम को 10 रन ज्यादा मिल गए।
कुरेन का ओवर रहा हमारे लिए सकारात्मक पहलू
धोनी ने एक बार फिर सैम कुरेन की गेंदबाजी की तारीफ की और कहा, मैच का सकारात्मक पहलू सैम कुरेन का आखिरी ओवर था। उन्हें ये यकीन करना होगा कि वो व्हाइड यॉर्कर डाल सकते हैं उसे लेकर उनके अंदर ज्यादा आत्मविश्वास नहीं है लेकिन आज उन्होंने इस पहलू में अच्छा किया। ये ऐसी गेंद है जिसपर शॉट खेल पाना बल्लेबाजों के लिए मुश्किल हो सकता है।