- रबाडा ने रविवार को हैदराबाद के खिलाफ झटके 4 विकेट
- रबाडा और बुमराह के बीच पर्पल कैप को लेकर फाइनल में होगी निर्णायक जंग
- पिछले सीजन इमरान ताहिर के हाथों परपल कैप हासिल करने से चूक गए थे रबाडा
अबुधाबी: आईपीएल 2020 में रविवार 10 नवंबर को डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियन्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खिताबी जंग होगी। इस दौरान एक तरफ आईपीएल इतिहाल की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियन्स होगी तो दूसरी तरफ इतिहास की सबसे कमजोर टीम दिल्ली कैपिटल्स। ऐसे में खिताबी भिड़ंत के दौरान दो खिलाड़ियों के बीच एक और अनोखी जंग होने वाली है। इस जंग में जो बाजी मारेगा उसकी टीम की खिताबी जीत की संभावना भी उतनी ही प्रबल होगी।
रबाडा बुमराह के बीच चल रही है कांटे की टक्कर
पर्पल कैप हासिल करने के लिए जसप्रीत बुमराह और कगिसो रबाडा के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। रविवार को रबाडा ने हैदराबाद के खिलाफ 29 रन देकर 4 विकेट झटके। इसके साथ वह सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में मुंबई इंडियन्स के जसप्रीत बुमराह को पछाड़कर पहले पायदान पर आ गए हैं। उनके विकेटों की संख्या बुमराह से 2 ज्यादा है या कहें कि परपल कैप की दौड़ में वो बुमराह से दो कदम आगे बढ़ चुके हैं। वर्तमान में जसप्रीत बुमराह के नाम 15 मैच में 27 विकेट जबकि रबाडा के नाम 16 मैच में 29 विकेट दर्ज हैं।
रबाडा ने शुरुआत में ही बना ली थी बढ़त
रबाडा ने सीजन की शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया और अपना कब्जा पर्पल कैप पर बनाए रखा था। लेकिन पिछले कुछ मैच में वो अपने रंग में नजर नहीं आए लेकिन अचानक से उन्होंने करो या मरो को मुकाबले में 4 विकेट लेकर अपने विकेटों की संख्या को 29 तक पहुंचा दिया। ऐसे में फॉर्म में चल रहे दोनों तेज गेंदबाजों के बीच खिताबी मुकाबले के दौरान रोमांचक भिड़ंत होने की प्रबल संभावना है। बुमराह किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम पहले ही कर चुके हैं। वहीं रबाडा के पास ड्वेन ब्रावो के एक सीजन में 32 विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ने का भी शानदार मौका है।
पिछले सीजन पर्पल कैप हासिल करने से चूक गए थे रबाडा
रबाडा का प्रदर्शन दिल्ली के लिए दो सीजन से वरदान साबित हो रहा है। पिछले सीजन में रबाडा ने 14.72 की औसत से 25 विकेट लिए थे। इस बार रबाडा पिछले प्रदर्शन में सुधार किया है। पिछले सीजन इमरान ताहिर ने रबाडा को पछाड़कर परपल कैप हासिल की थी। लेकिन इस बार रबाडा इस पुरस्कार को अपने हाथ से नहीं जाने देंगे।