- हार्दिक पांड्या ने पूर्व भारतीय ओपनर को अपना पसंदीदा क्रिकेटर करार दिया
- पांड्या ने अपनी कप्तानी में गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाया
- हार्दिक पांड्या की टी20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए भारतीय टीम में वापसी हुई है
नई दिल्ली: हार्दिक पांड्या अपने युवा दिनों में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और दिग्गज ऑलराउंडर जैक्स कैलिस के बड़े प्रशंसक हुआ करते थे, लेकिन गुजरात टाइटंस के कप्तान के लिए एक खिलाड़ी ऐसा रहा, जो लीजेंड्स से ऊपर है। आधुनिक युग के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक पांड्या ने आईपीएल में यादगार सीजन के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी की है।
आईपीएल 2022 से पहले मुंबई इंडियंस द्वारा रिलीज किए गए हार्दिक पांड्या को गुजरात टाइटंस ने 15वें सीजन के लिए अपने साथ जोड़ा। दुनिया की सबसे अमीर टी20 लीग में अपनी ऑलराउंड शैली का प्रदर्शन करके हार्दिक पांड्या ने गुजरात टाइटंस को डेब्यू सीजन में आईपीएल चैंपियन बनाया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी सफेद गेंद सीरीज के लिए हार्दिक पांड्या की भारतीय टीम में वापसी हुई है।
हार्दिक पांड्या ने एसजी पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए वसीम जाफर को अपना पसंदीदा क्रिकेटर बताया। हार्दिक ने कहा, 'सभी की तरह मेरे भी पसंदीदा क्रिकेटर्स रहे। मुझे जैक्स कैलिस, विराट और सचिन सर पसंद थे। कई दिग्गज हैं, जिन्हें आप चुन नहीं सकते। मेरे पसंदीदा क्रिकेटर असल में वसीम जाफर थे। मुझे उन्हें बल्लेबाजी करते देखना पसंद थ। वो ऐसे हैं, जिन्हें मैं अन्य लीजेंड्स से हमेशा ऊपर रखता हूं। किसी तरह मैं बल्लेबाजी में उनकी कॉपी करने की कोशिश करता था। मगर कभी उनके जैसी क्लास नहीं आई।'
बता दें कि घरेलू क्रिकेट के दिग्गजों में से एक वसीम जाफर रणजी ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट और दो वनडे मैच खेले हैं। हार्दिक पांड्या ने इस दौरान अपने भाई के साथ खेलने को लेकर बातचीत भी की। क्रुणाल पांड्या ने भी सफेद गेंद क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है।
हार्दिक पांड्या ने कहा, 'क्रुणाल और मैं बिलकुल अलग क्रिकेटर्स हैं। वो बाएं हाथ से गेंदबाजी और बल्लेबाजी करता है। वो चौथे या पांचवें नंबर पर खेलता था जबकि मैं तीसरे नंबर पर खेलता था। हमारे बीच कभी प्रतिद्वंद्विता नहीं रही क्योंकि हमारी भूमिकाएं हमेशा से अलग रहीं। मैं अंडर-16 में खेलता था जब वो अंडर-19 खेलता था। मगर हम एक-दूसरे के लिए रहते थे ताकि सभी विभागों में सुधार कर सकें।'