- आईपीएल 2021 के स्थगित होने पर पहली बार बोले केन विलियमसन
- इंग्लैंड पहुंचकर केन विलियमसन ने अपनी चुप्पी तोड़ी
- बायो-बबल में सेंध लगने के लिए नियमों के उल्लंघन को जिम्मेदार ठहराया
आईपीएल 2021 स्थगित होने से बीसीसीआई से लेकर तमाम टीमों और फैंस को भी करारा झटका लगा। टूर्नामेंट में सब कुछ सही चल रहा था, बायो-बबल व्यवस्था के अंदर सभी खिलाड़ी सुरक्षित थे। लेकिन तभी अचानक संक्रमण के मामले सामने आने लगे और एक साथ कई क्रिकेटर व सपोर्ट स्टाफ के सदस्य संक्रमित पाए जाने लगे। मामला बढ़ता देख तुरंत टूर्नामेंट को स्थगित करना पड़ा। आखिर बायो-बबल में सेंध कैसे लगी, वायरस कैसे अंदर पहुंचा, इन सब सवालों पर अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने इंग्लैंड पहुंचकर इसको लेकर चुप्पी तोड़ी है।
केन विलियमस ने आईपीएल पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के जैव सुरक्षित वातावरण का स्पष्ट तौर पर उल्लंघन हुआ था और भारत में कोविड-19 के संकट को देखते हुए इस टी20 लीग को स्थगित करना सही फैसला था।विलियमसन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पूर्व साउथैम्पटन में अपने पृथकवास प्रवास से पत्रकारों से कहा, ‘‘भारत में चीजें वास्तव में तेजी से बढ़ी और दुनिया के उस हिस्से में इस तरह की चुनौतियां देखना दिल दहला देने वाली थी।’’
हमारी अच्छी देखभाल की जा रही थी लेकिन..
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी जैव सुरक्षित वातावरण में बहुत अच्छी देखभाल की जा रही थी। टूर्नामेंट के पहले चरण में चीजें यथावत थी लेकिन बाद में स्पष्ट तौर पर इसका उल्लंघन हुआ।’’ विलियमसन ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट को जारी नहीं रखा जा सकता था और सही निर्णय किया गया। मेरा मानना है कि आईपीएल में इस तरह से चीजें सामने आयीं।’’
ये भारत के लिए चुनौतीपूर्ण समय
विलियमसन ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह दिलचस्प रहे जबकि आईपीएल में खेल रहे न्यूजीलैंड के क्रिकेटरों और आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को 13 दिन के पृथकवास पर मालदीव भेज दिया गया और उसके बाद ही उन्हें ब्रिटेन आने की अनुमति मिली। न्यूजीलैंड अभी इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगा जिसके बाद उसे 18 से 22 जून के बीच एजिस बाउल में भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है।
विलियमसन ने कहा, ‘‘चीजें सही चल रही थी और अचानक कोविड-19 के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई। यह एक देश के रूप में उनके लिये वास्तव में चुनौतीपूर्ण समय था और क्रिकेट में जैव सुरक्षित वातावरण भंग हो गया और मुझे लगता है कि इसके बाद चीजें बहुत तेजी से बदलीं।’’ फिलहाल भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर में स्थिति पहले से थोड़ी बेहतर होती नजर आ रही है।