- आईपीएल 2020 के आयोजन का बीसीसीआई को कीवी क्रिकेट बोर्ड ने नहीं भेजा है कोई प्रस्ताव
- बोर्ड के प्रवक्ता रिचर्ड बुक ने इस मामले पर दी है सफाई
- श्रीलंका और यूएई क्रिकेट बोर्ड आधिकारिक तौर पर दे चुके हैं मेजबानी का प्रस्ताव
वेलिंगटन: बीसीसीआई पिछले चार महीने से कोरोना वायरस के कहर के बीच आईपीएल के आयोजन की जद्दोजहत में जुटा है। भारत में कोराना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। कोराना से प्रभावित सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में भारत अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। ऐसे में अगले कुछ महीने में स्थितियां सामान्य होती नहीं दिख रही हैं। ऐसे में खबर आई थी कि यूएई और श्रीलंका के अलाना न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई के सामने आईपीएल की मेजबानी का प्रस्ताव रखा है। लेकिन कीवी क्रिकेट बोर्ड ने गुरुवार को इस खबर का खंडन किया है।
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने उन खबरों को गलत बताया है जिनमें कहा जा रहा था कि उसने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की मेजबानी का प्रस्ताव रखा है। न्यूजीलैंड क्रिकेट के प्रवक्ता रिचर्ड बुक ने रेडियो न्यूजीलैंड से कहा, वो रिपोर्ट सिवाए अटकलों के कुछ नहीं। हमने आईपीएल की मेजबानी का प्रस्ताव नहीं रखा है और न ही हम ऐसा करना चाहते।'
भारत में आयोजन है पहली प्राथमिकता
रिचर्ड का बयान उन खबरों के बाद आया जिसमें कहा जा रहा था कि कोविड-19 के कारण अगर भारत में आईपीएल नहीं हो पाता है तो ऐसी स्थिति में संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) और श्रीलंका के बाद न्यूजीलैंड ने आईपीएल की मेजबानी का प्रस्ताव रखा है। बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा है कि वह इस साल आईपीएल कराना चाहते हैं और उनकी प्राथमिकता देश में ही टी-20 विश्व कप आयोजित कराने की है।
गांगुली ने बुधवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'मैं आईपीएल के बारे में नहीं जानता, विंडो मिलना सबसे अहम है। टी20 विश्व कप भी है, आईसीसी इसे आयोजित करने की कोशिश कर रही है क्योंकि यह उनके लिये काफी राजस्व जुटाता है। जब तक हमें आईसीसी से स्पष्ट निर्देश नहीं मिल जाते, हम आईपीएल के बारे में कुछ नहीं कह सकते।'
उन्होंने आगे कहा, 'यह भारत के लिये बहुत महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। हमारा लक्ष्य भारत में चार-पांच स्थलों पर इसका आयोजन करना है। अगर नहीं तो विदेशों में कराने का भी एक विकल्प है।'