- 23 वर्षीय रुतुराज गायकवाड़ ने गुरुवार को कोलकाता के खिलाफ खेली मैच जिताऊ पारी
- लगातार दूसरे मैच में पारी की शुरुआत करते हुए जड़ा अर्धशतक और बने मैन ऑफ द मैच
- आईपीएल के शुरुआती दौर में कोरोना से उबरने में रुतुराज को लगा था लंबा वक्त
दुबई: आईपीएल 2020 के प्लेऑफ दौर से बाहर होने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स टूर्नामेंट के आखिरी दौर में लय में लौट आई है। धोनी की सेना की वापसी का श्रेय युवा खिलाड़ियों को जाता है जिन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया है। गुरुवार को धोनी के धुरंधरों ने कोलकाता नाइट राइडर्स को रोमांचक मैच में 6 विकेट से मात दी। इस मैच में रनों का पीछा करते हुए सीएसके ने केकेआर को धूल चटा दी। युवा रुतुराज गायकवाड़ ने 53 गेंद पर 72 रन की पारी खेलकर चेन्नई की जीत की नींव रखी इसके बाद आखिरी ओवर में सर जडेजा ने धमाकेदार बल्लेबाजी करके टीम की नैया पार लगा दी।
जीत के लिए 173 रन के लक्ष्य को पीछा करते हुए चेन्नई को जीत दिलाने के बाद युवा बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ की तो कप्तान एमएस धोनी ने जमकर तारीफ की और उनके शांत और शर्मीले स्वभाव को टीम मैनेजमेट के लिए परेशानी बता दिया। लेकिन लगातार दूसरी मैच जिताऊ पारी खेलने के बाद गायकवाड़ ने बताया कि कोरोना ने उनके ऊपर कैसा असर डाला और कप्तान एमएस धोनी ने उन्हें क्या सीख दी।
सबकुछ ठीक होने का था विश्वास
गायकवाड़ ने लगातार दूसरे मैच में मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद कहा, मैं बहुत अच्छा और आत्मविश्वास से भरा महसूस कर रहा हूं। शुक्र है कि मेरी दोनों पारियां टीम के लिए जीत के दौरान आईं इस बात की ज्यादा खुशी है। आईपीएल में शुरुआती तीन पारियों में दो बार शून्य पर आउट होने के बाद आपका अत्मश्वास कैसा था और आप क्या सोच रहे थे। तो उन्होंने कहा तब भी मेरे अंदर आत्मविश्वास था और मैं अपना बचाव कर रहा था क्योंकि दोनों बार जब मैं आउट हुआ तब बल्लेबाजी के लिए स्थितियां थोड़ी मुश्किल थीं और मुझे जोखिम उठाना था। लेकिन मुझे विश्वास था कि अगर आगे मुझे कुछ गेंदों का सामना करने और पारी की शुरुआत करने का मौका मिलेगा तो सबकुछ ठीक हो जाएगा और मैं अच्छा करूंगा इस बात का आत्मविश्वास था।
कोराना ने बनाया मजबूत
23 वर्षीय रुतुराज गायकवाड़ उन खिलाड़ियों में से हैं जो आईपीएल की शुरुआत से पहले कोरोना संक्रमित हो गए थे और उन्हें इससे उबरने में तकरीबन 20 दिन का समय लगा था। इसलिए टूर्नामेंट में उन्हें शुरुआती मौके भी नहीं मिल पाए। ऐसे में उन्होंने कहा, कोविड ने उन्हें मजबूत बनाया है। हमारे कप्तान हमेशा कहते हैं कि हर परिस्थिति का सामना मुस्कुराते हुए करना चाहिए। मैं यही कोशिश कर रहा हूं। ये मुश्किल है लेकिन मेरी कोशिश जारी है। कोरोना ने मुझे वर्तमान में रहने की सीख दी है। पुराने दिनों में नहीं रहने और भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचना इस मुश्किल दौर ने मुझे सिखाया है।
दुबले पतले दिखने वाले रुतुराज मैदान पर लंबे लंबे छक्के लगाते हैं उनसे जब ये पूछा गया कि वो इसके लिए इतनी ताकत कहां से लाते हैं तो उन्होंने मजाक में कहा, मैं जिम में कड़ी मेहनत करता हूं और मेरे सिक्स पैक एब्स भी हैं।
रुतुराज ने पिछले मैच में आरसीबी के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए 65 रन की नाबाद पारी खेली थी। लेकिन इससे पहले तीन मैच में वो 0,5 और 0 रन की पारी खेल सके थे।